कोर्ट ने भटकल की हिरासत की अर्जी पर मांगा जवाब

कोर्ट ने भटकल की हिरासत की अर्जी पर मांगा जवाब

नई दिल्ली : एक विशेष अदालत ने मुंबई और औरंगाबाद के आतंकवाद निरोधक दल (एटीएस) की इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक यासीन भटकल की हिरासत की मांग करती पृथक याचिकाओं पर एनआईए की हैदराबाद इकाई से जवाब मांगा है। इन दोनों राज्यों की एटीएस ने भटकल के खिलाफ वहां दायर मामलों के सिलसिले में उसकी हिरासत मांगी है।

भटकल इस समय हैदराबाद में है। उसे और उसके करीबी साथी असदुल्लाह अख्तर को राज्य की एनआईए ने फरवरी 2013 के दिलसुखनगर विस्फोट मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें 16 लोगों की जान गई थी। विस्फोट के लिए कोणार्क और वेंकटगिरी थिएटरों में आईईडी लगाया गया था।

अदालती सूत्रों के अनुसार मुंबई और औरंगाबाद एटीएस ने जिला जज आई एस मेहरा की अदालत में एक आवेदन कर भटकल की हिरासत मांगी है। याचिका में कहा गया है कि राज्य के विभिन्न मामलों में भटकल वांछित है।

सूत्रों ने बताया कि अदालत ने एनआईए की हैदराबाद इकाई और आंध्र प्रदेश के चेर्लापल्ली जेल के अधिकारियों से 28 नवंबर तक जवाब मांगा है, जहां इस समय भटकल को रखा गया है। इस बीच अदालत ने भटकल के साथी मोहम्मद मंजर आलम की न्यायिक हिरासत 28 अक्तूबर तक के लिए बढ़ा दी। उसे एनआईए ने 2003 के बाद से देश के विभिन्न भागों में हुए आतंकी हमलों के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।

एनआईए ने दावा किया कि उसकी जांच के दौरान इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य के तौर पर इमाम की संलिप्तता उजागर हुई। वह भारत के विभिन्न भागों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में शामिल था। एजेंसी ने इमाम की न्यायिक हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि इस मामले में उसकी जांच अभी चल रही है।

इससे पूर्व एनआईए ने आईएम संस्थापकों यासिन और रियाज भटकल के बीच हुई बातचीत का जिक्र किया और कहा कि जांच के दौरान मालूम हुआ कि इमाम प्रतिबंधित आतंकी संगठन के लिए रियाज और अन्य लोगों की हिदायत पर काम करता था। भटकल को एनआईए की हैदराबाद इकाई ने 21 सितंबर को दिलसुखनगर विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। उसके करीबी साथी अख्तर को 17 सितंबर को विस्फोट मामले में गिरफ्तार किया गया था। भटकल और अख्तर को इससे पहले एनआईए ने देश में विभिन्न आतंकी हमलों को अंजाम देने से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया था।

एनआईए ने यह कहकर भटकल की हिरासत मांगी थी कि वह 2003 से भारत के विभिन्न भागों में बम विस्फोटों में शामिल रहा है। एनआईए के अनुसार भटकल करीब 40 आतंकी मामलों में वांछित रहा है और उसके सिर पर 35 लाख रूपए का ईनाम था। (एजेंसी)



First Published: Tuesday, October 15, 2013, 19:17

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