Last Updated: Tuesday, February 18, 2014, 23:59
नई दिल्ली : लोकसभा में मंगलवार को तेलंगाना विधेयक पारित होने के मुद्दे पर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू भाजपा से थोड़े उखड़े-उखड़े से लगे। नायडू ने कहा कि उन्हें मुख्य विपक्षी पार्टी से ‘इस मोर्चे पर कुछ बेहतर’ और दोनों क्षेत्रों के लिए न्याय की उम्मीद थी।
आंध्र प्रदेश को विभाजित करने वाले विधेयक को भाजपा का समर्थन मिलने को लेकर उससे संभावित गठबंधन की बाबत अपनी पार्टी की रणनीति का खुलासा करने से भी नायडू ने इनकार कर दिया। नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मेरा मानना है कि मुख्य विपक्षी पार्टी की यह जिम्मेदारी है कि वह समान न्याय के लिए लड़े, मैंने उम्मीद की थी कि भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर डटकर खड़ी होगी। उन्हें दोनों क्षेत्रों के साथ न्याय करना चाहिए था।
लोकसभा द्वारा पारित तेलंगाना विधेयक में भाजपा की मांगें सामने नहीं आने पर नायडू ने कहा कि भाजपा इस मोर्चे पर बेहतर कर सकती थी। इससे पहले, नायडू ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से अपील की थी कि वह किसी सौहार्दपूर्ण समाधान तक आंध्र प्रदेश को अविभाजित रखने के लिए अपनी तरफ से पुरजोर कोशिश करें। भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से संभावित गठबंधन को लेकर नायडू ने कहा कि जब देश संकट से जूझ रहा है, ऐसे में वह गठबंधन को लेकर चिंतित नहीं हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 18, 2014, 23:59