Last Updated: Thursday, March 13, 2014, 14:46
नई दिल्ली : अपने सहयोगी शिवसेना की कड़ी आलोचना को भाजपा ने खास कुछ नहीं बताने के प्रयास में इसे ‘दोस्ताना सलाह’ बताया और कहा कि दोनों दलों के बीच एक ‘दीर्घकालीन प्रतिबद्धता’ है। गौरतलब है कि शिवसेना ने राज ठाकरे के साथ नजदीकी बढ़ाने को लेकर भाजपा की आलोचना करते हुए उसपर ‘विश्वास की कमी’ पैदा करने का आरोप लगाया है।
भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘मैंने लेख पढ़ा। इसमें इतिहास के संदर्भ दिए गए हैं। इसमें मूल रूप से शिवसेना की दोस्ती, भाजपा और राजग के साथ दीर्घकालीन प्रतिबद्धता के बारे में कहा गया है। और इसलिए यह एक दोस्ताना सलाह की तरह है और भाजपा के खिलाफ कुछ नहीं है।’ उन्होंने कहा कि जहां तक भाजपा और शिवसेना के बीच के मामले का सवाल है, उसे सुलझा लिया गया है और अब कोई समस्या नहीं हैं। हम एक स्थायी सहयोगी हैं और महाराष्ट्र में जीत के लिए लड़ेंगे एवं 35 से अधिक लोकसभा सीट जीतेंगे। इससे पहले शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में कड़े शब्दों वाले एक संपादकीय में राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ नजदीकियां बढ़ाने के लिए भाजपा की आलोचना की थी।
उद्धव ठाकरे ने भाजपा से ‘गठबंधन धर्म’’ का पालन करने को कहा और बाल ठाकरे का उदाहरण दिया ‘जिन्होंने 1996 में गुजरात में सरकार बनाने के लिए भाजपा के बागी शंकर सिंह वाघेला की पेशकश को ठुकरा दिया था।’ उद्धव ने कहा, ‘..गुजरात में मोदी का उभार इसलिए संभव हुआ क्योंकि बाल ठाकरे ने गठबंधन धर्म का पालन किया था और वाघेला से गठजोड़ नहीं किया था..शिवसेना से भागे लोगों तक पहुंचने की कोशिश करने वाले भाजपा नेताओं को इस इतिहास को पढ़ना चाहिए।’’ उद्धव ने यह भी कहा कि भाजपा मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती है, लेकिन उसके लिए भाजपा को विश्वास का वातावरण बनाना होगा।
यह तीखा हमला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात और कांग्रेस के पक्ष में वोट संगठित होने से रोकने के लिए मनसे से लोकसभा चुनाव न लड़ने की बात कहने के मद्देनजर आया है। इस घटनाक्रम से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया और शिवसेना ने भाजपा से गठबंधन जारी रखने को लेकर अपनी भौंहे चढ़ा लीं। इसके बाद राजनाथ सिंह और खुद पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेतृत्व ने उद्धव को मनाने की कोशिश की। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 13, 2014, 14:46