Last Updated: Wednesday, November 27, 2013, 15:04
वाशिंगटन : शाहरूख खान अभिनीत ‘स्वेदश’ फिल्म को देखकर असम से भाजपा के एक नेता इतने प्रेरित हुए कि उन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत भारतीय छात्रों को स्वदेश लौटने को प्रेरित करने की मुहिम छेड़ दी है । यह नेता इस समय प्रतिष्ठित येल यूनिवर्सिटी फैलोशिप पर अमेरिका आए हुए हैं ।
अमेरिका में इस समय भारतीय छात्र समुदाय के साथ काम कर रहे प्रद्युत बोरा तर्क देते हैं कि यदि बेहतर और प्रतिभाशाली लोग देश को छोड़ कर चले जाएंगे तो जो बाकी बचेंगे उनसे कैसे 21वीं सदी का भारत बनाया जा सकता है। बोरा स्वयं भारतीय छात्रों से जाकर मिल रहे हैं या फिर उन्हें स्काईपे के जरिए संबोधित कर रहे हैं । वह अमेरिका में ‘स्वदेश’ आंदोलन में जुटे हैं ।
वाशिंगटन डीसी के अपने दौरे के दौरान बोरा ने बताया कि यदि 21वीं सदी भारत की है तो हमारे श्रेष्ठ और प्रतिभावान लोगों को राष्ट्र निर्माण की जिम्मेदारी उठानी होगी। आज हमारी कुछ सर्वश्रेष्ठ युवा प्रतिभाएं अध्ययन और शोध के लिए विदेशी शिक्षण संस्थानों में आती हैं । जब तक ये लोग वापस जाकर देश के विकास में योगदान नहीं करेंगे, तब तक हम कैसे वैश्विक नेतृत्व की आकांक्षा रख सकते हैं । उन्होंने कहा कि फिल्म और हमारा आंदोलन स्वदेश दोनों ही अप्रवासी भारतीय दंपति अरविंद पिल्लालामारी और रवि कुछिमांची के जीवन पर आधारित है जिन्होंने बदलाव के अभियान के साथ भारत का रूख किया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 27, 2013, 15:04