Last Updated: Wednesday, February 12, 2014, 21:26
नई दिल्ली : भाजपा ने तेलंगाना विधेयक पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सशर्त समर्थन की पेशकश करते हुए बुधवार को स्पष्ट किया कि सरकार को तेलंगाना और सीमांध्र दोनों क्षेत्रों के लोगों की चिंताओं पर ध्यान देना चाहिए।
प्रधानमंत्री तेलंगाना के मुद्दे पर आम-सहमति बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिसे लेकर संसद की कार्यवाही बाधित हो रही है। उन्होंने अपने आवास पर दोपहर के भोजन पर भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत की। सूत्रों के अनुसार करीब डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात के दौरान भाजपा नेताओं ने सिंह से कहा कि पार्टी तेलंगाना विधेयक का समर्थन करने के लिए तैयार है और इस मुद्दे पर उसका रख स्पष्ट है। लेकिन पार्टी नेताओं ने सीमांध्र क्षेत्र के लिए एक पैकेज को भी शामिल करने की मांग की।
प्रधानमंत्री ने संसद में मौजूदा गतिरोध को समाप्त करने और लंबित पड़े महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करने के बारे में चर्चा करने के लिए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और अरण जेटली को दोपहर के भोज पर आमंत्रित किया था। इस दौरान केंद्रीय मंत्री एके एंटनी, पी चिदंबरम, कमलनाथ और सुशील कुमार शिंदे भी उपस्थित थे। सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेताओं ने सिंह को बताया कि तेलंगाना पर उनके रख में बदलाव नहीं हुआ है और सरकार को सदन में व्यवस्था बनानी चाहिए क्योंकि संसद को बाधित करने में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद सबसे आगे हैं। सरकार और भाजपा ने बैठक के बारे में कुछ नहीं बताया है। हालांकि इस मुलाकात के दौरान सांप्रदायिक हिंसा विधेयक और भ्रष्टाचार रोधी विधेयक समेत कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों पर भी बात हुई जो संसद में लंबित हैं। भाजपा ने इस पर अपना समर्थन देने के बारे में कोई बात नहीं कही। सूत्रों के अनुसार सरकार ने सीमांध्र क्षेत्र के लिए पैकेज का आश्वासन दिया लेकिन भाजपा ने विधेयक में इसकी व्याख्या करने की मांग की है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 12, 2014, 21:26