Last Updated: Monday, January 13, 2014, 21:15
नई दिल्ली : भाजपा ने राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हुए सोमवार को कहा कि क्या सत्ताधारी कांग्रेस में हतोत्साह का राजवंश की उस पीढ़ी की क्षमता से कुछ लेना देना है, जो पार्टी को नियंत्रित करती है।
भाजपा ने कहा कि नेहरू या इंदिरा गांधी अपने व्यक्तित्व के दम पर पार्टी को आगे ले जा पाये थे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कांग्रेस उपाध्यक्ष का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि यदि मौजूदा पीढ़ी के पास उस तरह की क्षमता नहीं है तो पार्टी राजवंश की उस पीढी के अपर्याप्त करिश्मे के कारण ढह जाती है।
उन्होंने हैरत जतायी कि कांग्रेस प्रतिकूलता में संघर्ष करने के लिहाज से पूरी तरह ढह गयी है। साथ ही सवाल किया कि क्या किसी को याद है कि पिछले कुछ महीनों में संप्रग सरकार ने एक भी फैसला किया हो।
जेटली ने कहा कि नेतृत्व की आकाशगंगा और परिभाषित विचारधारा के साथ एक संरचित पार्टी प्रतिकूलताओं में भी अस्तित्व में रहती है।
उन्होंने कहा कि बैठकें करने, फाइलें मंजूर करने या साप्ताहिक कैबिनेट बैठकों में नियमित चीजों को मंजूरी देने जैसे सरकार के सामान्य कामकाज के अलावा इस सरकार ने कुछ नहीं किया और उसे पूरी तरह लकवा मार गया है। जेटली ने कुछ कांग्रेस मंत्रियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके अहंकारी जवाब और बढा चढाकर किये जाने वाले ट्वीट गायब हो गये हैं। उन्होंने हालांकि किसी मंत्री का नाम नहीं लिया।
उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस जन आज अपने आपको हतोत्साहित क्यों महसूस कर रहे हैं। अहंकारी व्यवहार, घोटालों और सीबीआई जैसी संस्थाओं के दुरूपयोग के कारण ऐसा है। उन्हें भय है कि सत्ता के बिना, उनकी जवाबदेही बढ़ सकती है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 13, 2014, 21:15