Last Updated: Thursday, January 16, 2014, 23:39
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनावों में 'मोदी फॉर पीएम' की तैयारियों को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने गुरुवार को बैठक की जिसमें पार्टी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। पार्टी की यह बैठक शुक्रवार से शुरू हो रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद बैठकों की पूर्व संध्या पर हुई।
पार्टी ‘वन वोट, वन नोट’ और ‘मिशन 272 प्लस’ अभियानों के जरिए मतदाताओं तक पहुंचने के लिए अपने कार्यक्रमों को शुक्रवार की बैठक में अंतिम रूप देगी। इसके अलावा पार्टी का ‘मोदी फॉर पीएम’ कार्यक्रम भी होगा जो ऑनलाइन और ऑफलाइन होगा। पार्टी घर-घर जाकर लोगों से मिलने तथा गांवों तक पहुंचने के अभियान को भी अंतिम रूप देगी। इसके अलावा आम चुनावों से पहले राज्यवार रणनीतियां भी तैयार की जाएंगी।
पार्टी पदाधिकारियों की गुरुवार को हुई बैठक में मौजूदा राजनीतिक स्थिति और तैयारियों का जायजा लिया गया। इस बैठक के पहले पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में महासचिवों की बैठक हुई, जिसमें वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के अलावा सुषमा स्वराज और अरुण जेटली भी शामिल हुए। पार्टी कार्यकारिणी की शुक्रवार को होने वाली बैठक में राजनीतिक और आर्थिक संकल्पों पर विचार किया जाएगा जिन्हें पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की शनिवार और रविवार को होने वाली बैठक में रखा जाएगा।
भाजपा को 2014 में सत्ता में लाने के लिए मदद के तहत कोष संग्रह पर जोर दिया जाएगा और देश भर में पार्टी के 1.3 लाख पदाधिकारी अपना एक महीने का वेतन दान देंगे। पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह चुनावों के पहले भाजपा का आखिरी सत्र है और इस वजह से यह काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज राजनीतिक संकल्प पेश करेंगी जिसमें घोटालों और भ्रष्टाचार के अलावा सरकार में निर्णय नहीं लेने की स्थिति को रेखांकित किया जाएगा वहीं अरूण जेटली आर्थिक संकल्प पेश करेंगे जिसमें संप्रग के ‘कुशासन’ के कारण मौजूदा आर्थिक स्थिति को रेखांकित किया जाएगा। इसमें भाजपा के दृष्टिकोण को भी शामिल किया जाएगा।
त्रिवेदी ने कहा कि तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद बैठकों में सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस नीत सरकार की असफलताओं को रेखांकित करेगी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सत्तारूढ पार्टी ने विधानसभा चुनावों के नतीजों को देखते हुए लोकसभा चुनावों के पहले ही हार स्वीकार कर ली है।
उन्होंने आम आदमी पार्टी की बढ़ती कामयाबी और इसका मुकाबला करने के लिए रणनीति के बारे में पूछे जाने पर इस मुद्दे को तवज्जो नहीं दी और कहा कि चुनाव और भाजपा को मजबूत बनाए जाने से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। यह पूछे जाने पर क्या आरएसएस चुनाव अभियान में भाजपा का समर्थन करेगा, भाजपा प्रवक्ता त्रिवेदी ने कहा कि संघ एक गैर राजनीतिक और सामाजिक संगठन है और वह वैचारिक मुद्दों पर भाजपा को सिर्फ नीति निर्देश देता है। उन्होंने हालांकि आरएसएस की मदद की संभावना से इंकार नहीं किया और कहा कि ‘सभी जागरूक नागरिक इस चुनाव में अपनी भूमिका अदा करेंगे।’
आगामी चुनाव में राहुल गांधी के कांग्रेस के लिए बड़ी भूमिका निभाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इससे बड़ा अंतर नहीं पैदा होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह भाजपा में शामिल होंगे, उन्होंने कहा कि जब प्रस्ताव आएगा तो पार्टी फैसला करेगी। शुक्रवार को पार्टी परिषद की बैठक की शुरूआत भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के भाषण से होगी। इसके बाद आडवाणी और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का भाषण होगा।
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली के अलावा पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी, एम वेंकैया नायडू और नितिन गडकरी भी अपने विचार रखेंगे। बैठक में पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सभी पदाधिकारियों के अलावा सांसद, विधायक, विधान पाषर्द, जिला अध्यक्ष आदि भी बैठक में भाग लेंगे।
First Published: Thursday, January 16, 2014, 23:33