Last Updated: Wednesday, October 23, 2013, 23:13
ज़ी मीडिया ब्यूरोपटना : नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि विध्वंसकारी शक्तियां सोशल मीडिया का इस्तेमाल दूसरों के चरित्र हरण के लिए कर रही हैं। एक पुस्तक के लोकार्पण अवसर पर अपने संबोधन में नीतीश ने मोदी पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि विध्वंसकारी शक्तियां सोशल मीडिया का इस्तेमाल दूसरों के चरित्र हरण के लिए कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि मशहूर अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने जब बिहार के विकास मॉडल की तारीफ की तो एक दल की विध्वंसकारी शक्तियां सोशल मीडिया के जरिए उनका चरित्र हनन में लग गयी। नीतीश ने एक प्रकार का वातावरण बनाने के लिए सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोग देश को किस युग में ले जाना चाहते हैं। उनकी सहन नहीं कर सकने की ऐसी प्रवृत्ति 1975 के आपातकाल के दिन की याद दिलाती है जब आजादी का गला घोंटा गया था।
उन्होंने कहा अगर कोई किसी राय से सहमत नहीं है तो वह अपनी दलील के जरिए उसका विरोध करे पर जब आपके पास कोई जवाब नहीं सूझता तो क्या नई तकनीक सोशल मीडिया के जरिए दूसरों का चरित्र हरण करना शुरू कर देंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पिछले राजद शासनकाल पर प्रहार करते हुए कहा कि यहां पहले सुशासन के अभाव के कारण शासन तंत्र के मौजूद होने के बावजूद शासक का अभाव था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता में आने के बाद उन्होंने सबसे पहले इस कमी को दूर किया तथा हर कार्यक्रम तथा नीति का केंद्र बिंदु जनता को बनाया।
नीतीश ने कहा कि प्रदेश में उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देना शुरू किया जिसका परिणाम यह हुआ कि आज मात्र दो प्रतिशत बच्चे ही स्कूल के बाहर हैं और केवल नवें वर्ग में बालिका की उपस्थिति करीब नौ लाख है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में बालिकाओं के लिए साइकिल योजना ने खामोश आंदोलन का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के साथ-साथ अपराधियों को बडी संख्या में सजाएं सुनाई गयी हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में बदलाव आया है पर यह विकास की राह पर तेजी से तभी बढ़ सकता है जब इसे विशेष राज्य का दर्जा मिल जाएगा। एनके सिंह की पुस्तक का पटना में मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किए जाने के बाद बिहार के विकास को लेकर आयोजित इस संगोष्ठी को पत्रकार बरखा दत्त, सांसद और गीतकार जावेद अख्तर, समाज सेवी रुक्मणि बनर्जी और तरूण दास ने भी संबोधित किया।
First Published: Wednesday, October 23, 2013, 23:13