Last Updated: Wednesday, October 30, 2013, 15:01

नई दिल्ली : रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बुधवार को कहा कि चीन के साथ नया सीमा समझौता दोनों देशों द्वारा सीमा पर तनाव से बचने की एक गंभीर कोशिश है और यह किसी भी टकराव की संभावना को तत्काल सुलझाने में मददगार होगा।
एंटनी ने कहा कि पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बीजिंग यात्रा के दौरान हुआ सीमा रक्षा सहयोग समझौता (बीडीसीए) दोनों पक्षों की ओर सीमा के हालात से निपटने और सीमा पर तनाव से बचने की एक गंभीर कोशिश है। एंटनी, यहां रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम से अलग मीडियाकर्मियों के साथ चर्चा के दौरान एक प्रश्न का जवाब दे रहे थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह समझौता अप्रैल-मई में लद्दाख क्षेत्र के डेपसांग में दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच तीन सप्ताह तक रही टकराव की स्थिति जैसे हालातों को रोकेगा, एंटनी ने कहा कि वह ऐसा नहीं कह सकते कि यह इस तरह की घटनाओं को रोकेगा। एंटनी ने कहा कि मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं।
उन्होंने आगे कहा कि सच्चाई यह है कि हमारे बीच जिन खास प्रक्रियाओं पर सहमति बनी है, उसका अर्थ यह नहीं कि कुछ घटेगा नहीं, बल्कि ये तत्काल हस्तक्षेप करने और समाधान निकालने के तंत्र हैं। और दोनों पक्ष सीमा पर शांति और सौहार्द्र कायम करने की गंभीर कोशिश कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि बीडीसीए टकराव जैसी स्थितियों से यथासंभव तत्परता से निपटने में मददगार होगा।
उल्लेखनीय है कि बीडीसीए का उद्देश्य दोनों देशों के बीच 4,000 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव की स्थिति से निपटना है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 30, 2013, 15:01