Last Updated: Thursday, February 6, 2014, 22:25
नई दिल्ली : नौसेना ने 290 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य भेदने वाले ब्रह्मोस मिसाइल का अपने जंगी जहाज आईएनएस त्रिखंड से अरब सागर में सफल परीक्षण किया है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक अधिकारी ने यहां बताया कि पहली बार ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का गोवा तट से तीन सेकेंड के अंतराल पर कर्नाटक तट के पास रूसी जंगी जहाज से ‘साल्वो मोड’ में परीक्षण किया गया।
अधिकारी ने बताया कि पिछले हफ्ते के सफल परीक्षण के बाद भविष्य में आठ क्रूज मिसाइलें साल्वो मोड में दागी जा सकती हैं। एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि दो चरणों वाली मिसाइल का प्रथम चरण ठोस प्रणोदक का जबकि दूसरा चरण तरल प्रणोदक का है। इसे सेना और नौसेना में पहले ही शामिल किया जा चुका है और वायु सेना प्रारूप परीक्षण के आखिरी चरण में है।
ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली के प्रथम प्रारूप को नौसेना में आईएनएस राजपूत के साथ शामिल करने का काम 2005 में शुरू किया गया, यह अब सेना के दो रेजीमेंटों में पूरी तरह से संचालित हो रहा है। सेना ने अभी तक तीन रेजीमेंटों द्वारा ब्रह्मोस मिसाइल तैनात किए जाने के लिए आर्डर दिया है और उनमें से दो में इनकी तैनाती हो चुकी है।
रक्षा मंत्रालय ने भी सेना को तीसरे रेजीमेंट में इसे शामिल करने की मंजूरी दे दी है जिसे अरुणाचल प्रदेश में तैनात किया जाएगा। ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत-रूस का संयुक्त उद्यम है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 6, 2014, 22:25