Last Updated: Monday, November 18, 2013, 15:45

नई दिल्ली : सेना ने 290 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एक आधुनिक संस्करण का सफल परीक्षण किया जिसने राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में एक ‘कठोर लक्ष्य’ को भेद दिया ।
ब्रह्मोस से जुड़े अधिकारियों ने यहां कहा, ‘गहराई तक मार करने की क्षमता से लैस ब्रह्मोस के ब्लॉक 3 संस्करण में एक नई गाइडेंस प्रणाली लगी है और सेना द्वारा किए गए इस परीक्षण ने कठोर लक्ष्यों के खिलाफ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली की गहराई तक मार करने की क्षमता पर सफलता की मोहर लगा दी है ।’ उन्होंने कहा, ‘भारतीय सेना ने सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर राजस्थान के पोखरण परीक्षण रेंज में मिसाइल प्रणाली का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया ।’
अधिकारियों ने कहा कि दागे जाने के बाद मिसाइल ‘पहले से निर्धारित प्रक्षेपण पथ पर आगे बढ़ी और तय किए गए कंक्रीट के ढांचे को पूर्ण वेग से सटीक निशाना लगाकर भेद दिया ।’ स्थानीय कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अमित शर्मा इस प्रायोगिक परीक्षण के साक्षी बने । उन्होंने और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सफल परीक्षण के लिए सेना की अभियान टीम को बधाई दी ।
ब्रह्मोस का जमीनी हमले से संबंधित ब्लॉक 3 संस्करण पहले ही पर्वतीय अभियानों में अपनी सटीक क्षमता प्रदर्शित कर चुका है । सेना ने अपने आयुध भंडार में मिसाइल की दो रेजिमेंट शामिल की हैं, जबकि तीसरी रेजिमेंट को शामिल करने का काम प्रगति पर है । 290 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 माच की गति से उड़ान भरती है और अपने साथ 300 किलोग्राम तक का आयुध ले जा सकती है । मिसाइल को जल, थल और नभ सहित विविध मंचों से दागा जा सकता है ।
सेना और नौसेना मिसाइल को अपनी सेवा में पहले ही शामिल कर चुकी हैं, जबकि भारतीय वायु सेना द्वारा इसके हवाई संस्करण का जल्द परीक्षण किया जाएगा । (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 15:45