Last Updated: Thursday, March 13, 2014, 15:52
अगरतला: भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपनी नीति बदलकर जब से घातक हथियारों का इस्तेमाल बंद किया है, तब से भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपराध बढ़ने लगा है। एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि भारत एवं बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बलों ने मेघालय की राजधानी शिलांग में एक सम्मेलन के दौरान तय किया था कि बढ़ते आपराधिक वारदातों से निपटने के लिए साझा गश्त बढ़ाने के साथ-साथ सीमा पर सुरक्षा कड़ी की जाएगी।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के प्रमुख प्रवक्ता भास्कर रावत ने कहा कि बीएसएफ द्वारा घातक हथियारों का उपयोग बंद करने और अघातक हथियारों का उपयोग शुरू करने के बाद से अपराध और अवैध रूप से सीमा पार करने की घटनाएं बढ़ी हैं।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान इस समय रबर बुलेट, पंप एक्शन गन और स्टिंग ग्रेनेड जैसे अघातक हथियार उपयोग में ला रहे हैं। इन हथियारों की मदद से गोलीबारी न करके तेज आवाज और धुआं पैदा किया जाता है, और सीमा पर किसी तरह की अवैध गतिविधि की कोशिशों को रोका जाता है। भारत के चार पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और असम की सीमा बांग्लादेश से सटे हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 13, 2014, 15:52