चॉपर डील: अगस्तावेस्टलैंड का कुछ भी गलत करने से इनकार

चॉपर डील: अगस्तावेस्टलैंड का कुछ भी गलत करने से इनकार

नई दिल्ली : भारतीय वायु सेना को 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति के लिए हुआ 3,600 करोड़ रुपये का सौदा निरस्त होने की आशंका के बीच कंपनी अगस्तावेस्टलैंड ने बुधवार को यहां इस बात को खारिज कर दिया कि उसने आईएएफ के साथ हुए सौदे में कुछ भी गलत किया है।

रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी एन श्रीकृष्ण को मंत्रालय के साथ मध्यस्थता के लिए नामित किया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि अगस्तावेस्टलैंड के शीर्ष लोगों ने हेलीकॉप्टर सौदे में कुछ भी गलत होने से इंकार किया है।

इस बैठक में रक्षा मंत्रालय की ओर से संयुक्त सचिव उपमन्यु चटर्जी तथा दूसरे अधिकारी शामिल हुए। इससे पहले दिन में कंपनी ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड अनुबंध और उससे पहले हुए करार के उल्लंघन के सभी आरोपों को खारिज करती है। बयान में कहा गया है कि (हम) भारत के रक्षा मंत्रालय द्वारा उठाई गई आपत्तियों पर औपचारिक लिखित जवाब देंगे। यह बयान, रक्षा मंत्री एके एंटनी के यह कहने के बाद आया है कि कंपनी ने करार के नियमों को तोड़ा है जिसकी वजह से सरकार ने इसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

कंपनी ने कहा कि कथित हेलीकॉप्टर घोटाले में अपनी भूमिका को लेकर रक्षा मंत्रालय द्वारा उठाए गए सवालों पर औपचारिक लिखित जवाब वह आज देगी। आरोप हैं कि भारतीय एजेंटों को 300 करोड़ रूपये से अधिक की दलाली दी गई ताकि वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों का ठेका अगस्तावेस्टलैंड को मिल सके। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 20, 2013, 23:48

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