Last Updated: Friday, October 4, 2013, 22:03
नई दिल्ली : अपने 3,600 करोड़ रूपये के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के रद्द होने की आशंका का समाना कर रहे अगस्ता वेस्टलैंड ने कहा कि उसने इस अनुबंध को सुलझाने के लिए मध्यस्थता के मार्ग का सहारा लिया है।
आंग्ल-इतालवी कंपनी ने कहा कि रक्षा मंत्रालय के पास 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के अनुबंध को एकपक्षीय तरीके से निलंबित करने का कोई अधिकार नहीं है। कंपनी ने बताया कि अप्रैल महीने से ही मंत्रालय को मुद्दे पर चर्चा के लिए अनुरोध किया जा रहा है लेकिन सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है।
कंपनी ने कहा है कि एडब्ल्यू 101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर भारत को आपूर्ति किए जाने के अनुबंध के निलंबित किए जाने के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय को हमने अप्रैल 2013 में द्विपक्षीय चर्चा के लिए अनुबंधीय प्रावधान का उपयोग करने का अनुरोध किया था।
कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि तब से, चर्चा के लिए कई अनुरोध किए गए हैं। अफसोस की बात है कि भारत के रक्षा मंत्रालय से कोई जवाब नहीं मिला है। इसमें कहा गया है कि कंपनी भारतीय अधिकारियों के साथ वार्ता करना चाहती है ताकि मुद्दे का हल हो सके और भारतीय सशस्त्र बल अपनी जरूरत की चीज प्राप्त कर सके। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 4, 2013, 22:03