Last Updated: Tuesday, November 26, 2013, 22:23

नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे को खत्म करने के मामले में जल्द ही फैसला कर सकता है जबकि अगस्ता वेस्टलैंड ने आज कहा कि उसने हेलीकाप्टर घोटाले में सरकार द्वारा उसे जारी किये गये अंतिम कारण बताओ नोटिस का जवाब सौंप दिया है।
सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि एंग्लो इतालवी फर्म ने अपने जवाब में उसकी तरफ से कोई गलत काम किये जाने से इंकार किया। लेकिन रक्षा मंत्रालय के अधिकारी इस बात पर कायम हैं कि कंपनी अनुंबध का उल्लंघन करने में शामिल रही है। अगस्तावेस्टलैंड अधिकारियों ने कल अपना जवाब रक्षा मंत्रालय को सौंपा।
बहरहाल, रक्षा मंत्रालय अब जवाब पर सावधानीपूर्वक गौर करेगा और उसके बाद अनुबंध पर अंतिम निर्णय करेगा। इस बात की प्रबल संभावना है कि रक्षा मंत्री ए के एंटनी इसे खत्म कर दें। एंटनी पहले ही यह कह चुके हैं कि फर्म ने अनुबंध का उल्लंघन किया है। उन्होंने कंपनी के साथ यह कहते हुए कानूनी विवाद में पड़ने से इंकार कर दिया कि अगस्ता द्वारा शुरू की गयी पंचाट की कार्यवाही में मंत्रालय के शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं है। अगस्ता द्वारा उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बीएन श्रीकृष्णा को अपने पक्ष की ओर से एकतरफा ढंग से पंचाट नियुक्त करने के बाद एंटनी ने कल कहा था कि कोई सवाल ही नहीं है। हमारा रूख स्पष्ट है कि पंचाट का कोई मुद्दा नहीं है। हम पहले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस दे चुके हैं। हम उनका जवाब आने के बाद फैसला करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 26, 2013, 22:23