Last Updated: Sunday, October 20, 2013, 00:45
नई दिल्ली : आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ‘हिंडाल्को’ को कोयला ब्लॉक आवंटित किए जाने के मामले में आपराधिकता के आरोपों को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा खारिज किए जाने के बाद आज भाकपा ने कहा कि देश के इस शीर्ष कार्यालय को कोयला घोटाले की सीबीआई जांच में ‘‘रोड़े नहीं अटकाने’’ चाहिए।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने यहां कहा, ‘‘कानून को निश्चित तौर पर अपना काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री कार्यालय को कोयला घोटाले के मामले की सीबीआई जांच में रोड़े नहीं अटकाने चाहिए। सीबीआई को बगैर किसी के प्रभाव में आए या बगैर किसी के दबाव में आए अपनी जांच करनी चाहिए।’’
राजा का बयान उस वक्त आया जब पीएमओ ने हिंडाल्को को कोयला ब्लॉक आवंटित किए जाने के विवादित मामले में किसी आपराधिकता से यह कहते हुए इंकार किया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने समक्ष पेश किए गए मामले के ‘‘गुण-दोष’’ के आधार पर इसे मंजूरी दी।
भाकपा नेता ने कहा, ‘‘घोटाले में कुछ तो सबूत जरूर रहे होंगे। वरना, सीबीआई उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला और पूर्व कोयला सचिव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज क्यों करेगी? यह तय करना तो अदालतों का काम है कि सबूत पुख्ता हैं या नहीं। इस मामले में सरकार का एक सचिव आरोपी है और वह खुद प्रधानमंत्री पर आरोप लगा रहा है जिससे साफ जाहिर होता है कि कॉरपोरेट घरानों, नौकरशाहों और सत्ताधारी नेताओं के एक तबके के बीच गठजोड़ है। यह गठजोड़ अब पूरी तरह से उजागर हो चुका है।’’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 19, 2013, 22:14