Last Updated: Tuesday, November 19, 2013, 19:12

रालेगण सिद्धि/नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव प्रचार में अपने नाम के ‘दुरुपयोग’ पर मंगलवार को अरविंद केजरीवाल से जवाब मांगा, वहीं पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर निहित स्वार्थी तत्व हजारे को गलत सूचना दे रहे हैं।
जनलोकपाल आंदोलन के दौरान एकत्र चंदे को ‘आप’ द्वारा खर्च किए जाने के हजारे के आरोपों की केजरीवाल की ओर से खुली जांच की मांग किए जाने के एक दिन बाद हजारे ने कहा है कि वह मुख्य रूप से चुनाव प्रचार में अपने नाम के दुरुपयोग को लेकर चिंतित हैं। साथ ही कहा कि वे दोनों दुश्मन नहीं हैं। हजारे ने महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगणसिद्धि में संवाददाताओं से कहा कि हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं। आज भी मैं इस बात से खुश हूं कि वह (केजरीवाल) चरित्रवान व्यक्ति बने हुए हैं। मामला पैसे का नहीं है। कुछ प्रतिनिधिमंडलों ने मुझे बताया कि इंडिया अगेनस्ट करप्शन’ (आईएसी) के आंदोलन के दौरान मेरे नाम से जारी सिम कार्ड को बेचकर कोष जुटाया गया।
उन्होंने कहा कि मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है, लेकिन अगर कोई मामला दायर कर देता है तो मुझे आरोपी बनाया जा सकता है। मैं इसी बात को लेकर चिंतित हूं कि बिना किसी वजह के मेरा नाम घसीटा जा सकता है। अन्ना ने केजरीवाल को एक पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें चुनाव प्रचार में अपने नाम के इस्तेमाल, भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान एकत्र चंदे के इस्तेमाल और 29 दिसंबर को जन लोकपाल विधेयक को लागू करने की खबर मिली है। हजारे ने कहा कि उनका कहना है कि वे रामलीला मैदान में 29 दिसंबर को अन्ना हजारे के जन लोकपाल विधेयक को पारित करेंगे। यहां एक बार फिर वे मेरे नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं और मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि वे एक जनसभा में किसी विधेयक को पारित करने का दावा कैसे कर रहे हैं जिसे सिर्फ संसद में पारित किया जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 19, 2013, 19:12