Last Updated: Wednesday, February 5, 2014, 15:30
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी के जाति आधारित आरक्षण के विरोध को लेकर दिये गये बयान के लिए उनकी आलोचना करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने आज मांग की कि इस मुद्दे पर कांग्रेस को अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए।
मायावती ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आरक्षण पर बयान दिया है, यह किसी व्यक्ति विशेष की राय नहीं हो सकती बल्कि पार्टी का रूख है। हम इसकी कडी निन्दा करते हैं।’ द्विवेदी ने जाति आधारित आरक्षण बंद करने की वकालत की थी। उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से आग्रह किया कि वह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण शुरू करें और इसके तहत सभी समुदायों को लाया जाए।
द्विवेदी ने कहा था, ‘इसे (जाति के आधार पर आरक्षण) बंद होना चाहिए था। ऐसा अब तक इसलिए नहीं हो सका क्योंकि निहित स्वार्थी तत्व इस प्रक्रिया में आ गये। क्या दलितों और पिछडी जातियों में असल जरूरतमंद को आरक्षण का लाभ मिलता है ? सामाजिक न्याय और जातिवाद के बीच अंतर है।’ द्विवेदी के बयान की आलोचना करते हुए लोजपा प्रमुख राम विलास पासवान ने कहा कि कांग्रेस नेता की टिप्पणी संविधान की भावना के खिलाफ है।
उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘.. इस तरह के बयान से केवल विपक्ष ही मजबूत होगा। हम मांग करते हैं कि कांग्रेस पार्टी को इस बयान की निन्दा करनी चाहिए ताकि जनता में गलत संदेश न जाए।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 5, 2014, 15:30