Last Updated: Monday, December 30, 2013, 00:16
नई दिल्ली : कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आज भाजपा नेता नितिन गडकरी पर उनके उस बयान को लेकर हमला बोला जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि दिल्ली में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए एक जानेमाने उद्योगपति ने दोनों दलों के बीच समझौता कराया था।
कांग्रेस महासचिव और दिल्ली प्रभारी शकील अहमद ने पीटीआई से कहा कि भाजपा हताश हो गयी है क्योंकि राज्य की सत्ता में आने की उसकी उम्मीदें टूट गयी हैं। अहमद ने गडकरी के बयान को ‘गैरजिम्मेदाराना’ और ‘पूरी तरह से झूठ’ करार देते हुए कहा कि ऐसे निराधार आरोप लगाने के पहले भाजपा नेता को पहले सबूत पेश करने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘गडकरी और उनकी पार्टी ऐसे समझौते करने में माहिर हैं न कि कांग्रेस।’ उन्होंने कहा कि लोगों को याद होगा कि गडकरी को भाजपा अध्यक्ष पद से किस परिस्थिति में हटाया गया। अहमद ने कहा, ‘किसी समझौते को लेकर दूसरों के खिलाफ आरोप लगाने से पहले उन्हें :गडकरी: यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह क्या डील थी जिसके तहत उन्हें भाजपा अध्यक्ष पद से हटाया गया।’
इस बीच आप नेता और अब नवगठित दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी मांग की कि गडकरी को अपने दावे को साबित करने के लिए सबूत पेश करना चाहिए। सिसोदिया ने कहा, ‘अगर कोई सबूत नहीं है तो कम से कम नाम का ही खुलासा करना चाहिए। उन्हें (गडकरी) हमें बताना चाहिए कि किस होटल में डील हुई, कौन लोग, कौन राजनीतिज्ञ उसमें शामिल हुए। हम यह भी सवाल करेंगे कि आप के किस नेता को इस डील के जरिए राशि मिली।’
गडकरी की टिप्पणियों के समर्थन में संभवत: कोई महत्वपूर्ण सबूत नहीं होने के बीच भाजपा ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की। अरविन्द केजरीवाल के दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद गडकरी ने आरोप लगाया था कि एक उद्योगपति ने दिल्ली के एक महंगे होटल में आप और कांग्रेस के बीच समझौता कराया था ताकि भाजपा को दिल्ली में सत्ता में आने से रोका जा सके। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 30, 2013, 00:16