Last Updated: Wednesday, March 26, 2014, 09:59
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में घोषणापत्र जारी करेंगी। स्वास्थ्य सेवा एवं रोजगार को कानूनी अधिकार के दायरे में लाना इस घोषणा पत्र के मुख्य बिन्दु होंगे।
मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 10 साल तक आर्थिक उदारीकरण की नीति का अनुसरण करने के बाद इस चुनाव में राहुल गांधी के केंद्रीय भूमिका में आने के बाद कांग्रेस द्वारा अब मध्यमार्गी राजनीति के तहत कल्याणकारी उपायों पर विशेष ध्यान देने की उम्मीद है।
भ्रष्टाचार से निपटने का दृढ संकल्प, गरीबी रेखा के नीचे और मध्य वर्ग के बीच आने वाली 70 करोड़ की आबादी के उन्नयन, महिलाओं को शक्ति संपन्न बनाने और राजनीति में उनके प्रतिनिधित्व को बढ़ाने का वादा इस घोषणापत्र की अन्य विशेषताएं हो सकती हैं। उदारीकरण के बाद के समय में सरकारी नौकरियों में आ रही कमी को ध्यान में रखते हुए घोषणापत्र में रोजगार सृजन पर विशेष जोर दिए जाने की उम्मीद है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही और इस मुद्दे को लेकर विपक्ष के आक्रामक प्रचार अभियान का सामना करने के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र में इस समस्या से निपटने के लिए खास उपायों और साथ ही विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने के बारे में घोषणा किए जाने की संभावना है। कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में महंगाई के मुद्दे का उल्लेख रहने और कालाबाजारी एवं जमाखोरी को रोकने के लिए कड़े उपाय का जिक्र होने की संभावना है।
घोषणापत्र का एक बड़ा हिस्सा भ्रष्टाचार का मुकाबला करने और कानूनी एवं न्यायिक सुधार के बारे में होगा। इसमें रोजगार सृजन, कौशल विकास, स्वास्थ्य सुविधाएं कृषि, किसानों का कल्याण, ग्रामीण विकास, आवास, कमजोर वर्गों और महिलाओं का सशक्तिकरण, शहरी विकास, परिवहन और ई-गवर्नेंस जैसे विषयों पर खास तौर पर चर्चा होगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Wednesday, March 26, 2014, 09:59