Last Updated: Wednesday, November 13, 2013, 19:51

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर संसदीय सीट से कांग्रेस सांसद संजय सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बागी तेवर दिखाए। अपने 60वें जन्म दिवस के अवसर पर कांग्रेस सांसद ने भाजपा नेताओं के साथ मंच साझा किया और अप्रत्यक्ष रूप से राहुल गांधी पर निशाना साधा।
अपनने संबोधन में संजय सिंह ने कहा, `अमेठी ने बाहरी लोगों को समय-समय पर सबक सिखाया है। अमेठी में ऐसे लोग भी हैं जिनका उत्तर प्रदेश से कोई नाता नहीं है। मैं अमेठी और उसके लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर फैसला (चुनाव लड़ने को लेकर) लूंगा। अमेठी, रायबरेली और सुल्तानपुर ने बाहरी लोगों को हराकर अपनी ताकत का अहसास कई बार कराया है।
संजय सिंह ने अमेठी और गांधी राजघराने के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा यह बताने की कोशिश की कि कैसे-कैसे अमेठी रियासत ने नेहरू-संजय, राजीव व सोनिया गांधी की मदद की। सांसद सिंह ने सीधी आलोचना तो नहीं की, पर बिना नाम लिए वो सब कहा जो कहना चाहते थे। उन्होंने लोगों से कहा कि परिवर्तन होगा, हम आपके भरोसे व विश्वास को नहीं तोड़ेंगे।
वहीं पूर्व मंत्री रानी अमिता सिंह ने कहा कि अमेठी की जनता अत्याचार में डूबी हुई है। अमेठी में परिवर्तन जरूरी है और राजपरिवार का धर्म है कि वह अमेठी की जनता को इस परेशानी से उबारे। उन्होंने अपने पति व सांसद डॉ. संजय सिंह को कहा कि वो अमेठी की जनता के लिए सामने आएं, हम सब उनके साथ कन्धा से कन्धा मिलाकर चलेंगे।
दरअसल अमेठी राज परिवार का नाता नेहरू-गांधी परिवार से काफी करीबी लेकिन उतार-चढ़ाव भरा रहा है। जब वी.पी. सिंह ने कांग्रेस छोड़ी थी तब संजय सिंह ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ा था और कैप्टन सतीश शर्मा को भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर हराया भी था। लेकिन वर्ष 1999 मे सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति मे आ गईं और अमेठी से ही अपना पहला चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भी संजय सिंह उनके खिलाफ भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में थे पर उन्हें शिकस्त मिली थी। 2009 के लोकसभा चुनाव में वो कांग्रेस के टिकट पर सुलतानपुर लोकसभा से चुनाव लड़े और जीत दर्ज कराई।
First Published: Wednesday, November 13, 2013, 19:51