कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों से पार्टी घोषणा पत्र पर की चर्चा

कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों से पार्टी घोषणा पत्र पर की चर्चा

नई दिल्ली : समाज के विभिन्न वर्गों की मांगों और उनकी आकांक्षाओं को 2014 के अपने चुनावी घोषणपत्र में शामिल करने के प्रयास के तहत कांग्रेस ने सोमवार को मुस्लिम सहित विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श किया।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के रहमान खान सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता इन समुदाय के लोगों के साथ सीधी बातचीत कर रहे हैं ताकि उनके विचारों एवं सुझावों को अगले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल किया जा सके।

पार्टी की यह कवायद राहुल गांधी के उस आह्वान से मेल खा रही है जिसमें उन्होंने सरकार और पार्टी से नीतियों एवं कार्यक्रमों को तैयार करने में आम आदमियों के लिए राजनीति के दरवाजे और खिड़कियां खोलने का आह्वान किया था। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र के लिए जनता से सीधी राय प्राप्त करने के इरादे से एक वेबसाइट भी शुरू की है। इससे पहले राहुल गांधी ने 13 दिसम्बर को दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी और उन समुदायों के सामने पेश आ रही सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों पर चर्चा की थी।

दलितों, आदिवासियों और ओबीसी के प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि अब तक राजनीति बंद दरवाजों और खिड़कियों के पीछे से हो रही थी और यह कोई पांच सौ लोगों तक सीमित थी। बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने मीडिया से कहा कि पार्टी का घोषणा पत्र फरवरी के पहले सप्ताह तक तैयार हो जाएगा और यह अगले डेढ़ महीने तक सार्वजनिक चर्चा के लिए खुला रहेगा। पार्टी द्वारा इस क्रम में अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिलाओं और युवा वर्गों सहित विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ ऐसी पांच बैठकें आयोजित की जा रही हैं। (एजेंसी)

First Published: Monday, December 23, 2013, 14:39

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