Last Updated: Wednesday, June 4, 2014, 23:29
नई दिल्ली : केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि तेलंगाना के अलग होने के बाद शेष आंध्र प्रदेश किन समस्याओं का सामना कर रहा है, उसका अंदाजा पार्टी को काफी देर से हुआ।
नायडू ने कहा कि शेष आंध्र प्रदेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती बड़े राजस्व घाटे की है और उसे पिछड़े क्षेत्रों के लिए एक विशेष पैकेज चाहिए, तीव्र औद्योगीकरण के लिए करों में छूट चाहिए और स्वास्थ्य देखभाल एवं शिक्षा के लिए विशेष अनुदान चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीमांध्र के लिए विशेष पैकेज की मांग करने की तरफ इशारा करते हुए नायडू ने कहा कि मुझे खुशी है कि कांग्रेस पार्टी को शायद यह समझ आ चुका है कि शेष आंध्र प्रदेश के लोगों को राज्य को फिर से खड़ा करने के कठिन काम के लिए नए सिरे से सब कुछ शुरू करना होगा।
हालांकि, नायडू ने इसे ‘देर से हुआ अहसास’ करार दिया और कहा कि उन्होंने (यूपीए) कहा था कि उन्होंने जमीनी स्तर पर काम किए हैं। मैंने वादों के अलावा कोई काम नहीं देखा। वादे तो कभी भी किए जा सकते हैं पर प्रदर्शन का क्या? भाजपा नेता ने कहा कि यदि कांग्रेस और यूपीए ने सही वक्त पर सही काम किया होता तो मौजूदा हालात पैदा नहीं हुए होते। मैं आज यही बात कहना चाहता हूं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 4, 2014, 23:29