नरेंद्र मोदी पर जासूसी का आरोप, कांग्रेस ने साधा निशाना

नरेंद्र मोदी पर जासूसी का आरोप, कांग्रेस ने साधा निशाना

नई दिल्ली : वर्ष 2009 में एक महिला की कथित जासूसी कराने के मामले को लेकर नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि ‘गुजरात नरसंहार और ‘फर्जी मुठभेड़ों’ के बाद राज्य प्रायोजित अवैध निगरानी द्वारा नागरिक स्वतंत्रता पर यह ‘निर्लज्ज हमला’ है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने यहां आरोप लगाया कि यह उस बात को प्रदर्शित करता है कि भाजपा किस तरह की सरकार बनाना चाहती है। उन्होंने पूछा कि क्या आजादी और स्वतंत्रता की उसकी यही परिभाषा है। तिवारी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कोबरा पोस्ट द्वारा कथित जासूसी के लगाए गए आरापों को लेकर अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर पुनर्विचार करने से इंकार कर दिया है और आरोप लगाया कि इस विवाद के पीछे कांग्रेस का ‘डर्टी ट्रिक विंग’ है।

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी भाजपा पर कटाक्ष किया और कहा कि मोदी समर्थक गुजरात पुलिस द्वारा एक निर्दोष लड़की की जासूसी कराने की निंदा करेंगे या समर्थन। सिंह ने ट्विटर पर लिखा, ‘मोदी और अमित शाह ने निर्दोष लड़की की जासूसी करने के लिए गुजरात पुलिस का इस्तेमाल किया और तत्कालीन गृह राज्य मंत्री (गुजरात) ने देश के कानून का उल्लंघन किया।

उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या सभी मोदी प्रेमी इस पर प्रतिक्रिया जतायेंगे और इसकी निंदा करेंगे या पक्के वफादार की तरह मोदी और अमित शाह का बचाव करेंगे। कांग्रेस के एक अन्य महासचिव शकील अहमद ने ट्विटर पर लिखा कि तत्कालीन गृह राज्य मंत्री अमित शाह ने ‘साहब’ के लिए गुजरात की एक युवा महिला पर जासूसी करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया। हर कोई पूछ रहा है यह ‘साहब’ कौन हैं।

मनीष तिवारी ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि सबसे पहले भाजपा अध्यक्ष को कोबरा पोस्ट के इस रहस्योद्घाटन पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। आप देख रहे हैं कि यह एक व्यापक सवाल खड़े कर रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के घनिष्ठ सहयोगी और राज्य के पूर्व मंत्री अमित शाह पर 2009 में एक युवती की अवैध तरीके से निगरानी के लिए सत्ता और पुलिस मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, November 16, 2013, 19:21

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