Last Updated: Wednesday, May 28, 2014, 11:26

नई दिल्ली : सरकार ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता पर कांग्रेस की ओर से निशाना साधे जाने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी को अपने मामले पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कांग्रेस ने स्मृति की योग्यता पर सवाल उठाए, जिस पर सरकार उनके बचाव में उतर गई।
नई सरकार के कैबिनेट की पहली बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि उन्हें मोदी ने उनकी ‘क्षमताओं’ के आधार पर विभाग दिया है। प्रसाद ने कहा कि जिस तरीके से स्मृति हिंदी और अंग्रेजी में बोलती हैं, प्रधानमंत्री ने उन्हें (मानव संसाधन) विभाग उनकी क्षमताओं के आधार पर दिया है। प्रसाद दूरसंचार और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री भी हैं। स्मृति ईरानी शैक्षणिक योग्यता का मामला कांग्रेस नेता अजय माकन ने उठाया था।
उन्होंने ट्वीट किया कि मोदी का कैबिनेट कैसा है। मानव संसाधन मंत्री (शिक्षा देखने वाली) स्नातक भी नहीं हैं। चुनाव आयोग की साइट पर पेज 11 पर उनके हलफनामे को देखें। उन्होंने आश्चर्य जताया कि कैसे कोई जिसने अपनी शैक्षणिक योग्यता का साफ तौर पर उल्लेख नहीं किया है उसे एचआरडी मंत्रालय का प्रभार सौंपा जा सकता है।
चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामे में ईरानी ने अपनी अंतिम शिक्षा ‘बैचलर ऑफ कॉमर्स पार्ट-1, स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (पत्राचार), दिल्ली विश्वविद्यालय, 1994 के तौर पर उल्लेख किया है। राज्यसभा की वेबसाइट पर ईरानी के बायोडाटा में ‘होली चाइल्ड ऑक्जिलियम, दिल्ली और स्कूल ऑफ कॉरेस्पॉन्डेंस एंड कंटिनुइंग एजुकेशन, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली’ से शिक्षित बताया गया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 28, 2014, 11:26