Last Updated: Thursday, October 17, 2013, 16:47

शहडोल (मप्र) : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जब लोकसभा में खाद्य सुरक्षा विधेयक पारित हो रहा था, तब उनकी मां सोनिया गांधी की तबियत इतनी बिगड़ गई थी कि वह अपनी प्रबल इच्छा के बावजूद उस पर वोट नहीं दे सके।
यहां से लगभग 18 किलोमीटर दूर आदिवासी बहुल लालपुर में कांग्रेस की ‘सत्ता परिवर्तन रैली’ को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि जिस समय लोकसभा में खाद्य सुरक्षा विधेयक पारित हो रहा था। मुझे पता था कि मां की तबियत ठीक नहीं थी और मैं बार-बार उनकी ओर देख रहा था। तभी बीच में वह केन्द्रीय मंत्री शैलजा के साथ उठकर सदन से बाहर अपने कमरे में चली गई।
उन्होंने कहा कि उनकी तबियत को लेकर चिंता में मैं भी पीछे-पीछे गया, जहां शैलजा ने मुझे बताया कि मां का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। मैंने उन्हें अस्पताल चलने को कहा लेकिन उनका कहना था कि इस विधेयक के लिए उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी है और वह उस पर वोट देना चाहती हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि इसके बाद हम केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ के कक्ष में गए और वहां उन्होंने भी मां को अस्पताल जाने का सुझाव देते हुए कहा कि विधेयक पारित करने के लिए हमारे पास पर्याप्त वोट हैं, लेकिन मां खुद भी इस पर वोट डालना चाहती थीं, उनके आंखों में आंसू थे।
उन्होंने कहा कि वहीं से मैंने प्रियंका को फोन किया और हम दोनों मां को लेकर अस्पताल गए। वह वोट दिए बिना वहां से नहीं जाने के लिए प्रतिबद्ध थीं, लेकिन हम उन्हें जबरदस्ती अस्पताल ले गए। यह उनकी राजनीति नहीं थी, आम आदमी के प्रति उनकी चिंता और इज्जत थी। गांधी ने कहा कि वह मेरी मां हैं, लेकिन हिन्दुस्तान में लाखों मां हैं, जिन्हें अपने बच्चों की चिंता और फिक्र है। उसी तरह हर नौजवान के दिल में भी अपनी मां की चिंता और इज्जत है। उन्हें रोजगार चाहिए, काम चाहिए।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 17, 2013, 16:47