Last Updated: Sunday, January 12, 2014, 18:35
नई दिल्ली : जयपुर साहित्य महोत्सव की शुरूआत इस साल नोबेल पुरस्कार विजेता आमर्त्य सेन के संबोधन के साथ होगी और इसमें 200 से अधिक साहित्यकार हिस्सा लेंगे।
महोत्सव के इससे पहले के संस्करण खासे विवादों से घिरे रहे हैं। सलमान रूश्दी को अपना दौरा रद्द करना पड़ा था। पाकिस्तानी लेखकों के शामिल होने को लेकर कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने विरोध किया था तो समाजशास्त्री आशीष नंदी की एक टिप्पणी को लेकर भी विवाद खड़ा हुआ था। यहां के दिग्गी पैलेस में आगामी 17 जनवरी से इस महोत्सव की शुरूआत हो रही है और यह पांच दिनों तक चलेगा। आयोजकों का कहना है कि वे महोत्सव में विवादों को लेकर चिंतित नहीं हैं।
महोत्सव की निदेशक नमिता गोखले ने कहा, ‘मैं विवादों को नकारात्मक दृष्टि से नहीं देखती हूं। जब लोग समाज में खुली बहस में शामिल होते हैं और वहां संवेदनशील विचारों पर चर्चा की जाती है तो विवाद खड़े होंगे ही।’ उन्होंने कहा, ‘निपटने के लिहाज से विचार सबसे खतरनाक चीज है, लेकिन लोकतांत्रिक देश में हम विचार साझा करने के लिए स्वतंत्र हैं। इसलिए हम महोत्सव में किसी विवाद के खड़े होने को लेकर चिंतित नहीं हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 12, 2014, 18:35