कार्यपालिका में दखल देकर लक्ष्मण रेखा लांघ रही कोर्ट : रमेश

कार्यपालिका में दखल देकर लक्ष्मण रेखा लांघ रही कोर्ट : रमेश

कार्यपालिका में दखल देकर लक्ष्मण रेखा लांघ रही कोर्ट : रमेशकन्नूर (केरल) : केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा कि अदालतों द्वारा ‘लक्ष्मण रेखा को लांघने’ का बेहद खतरनाक चलन चल रहा है तथा वे उन कामकाज को अपने हाथ में ले रहे हैं जिनका संबंध कार्यपालिका से है। केन्द्रीय मंत्री का यह बयान उच्चतम न्यायालय के उस आदेश के एक दिन बाद आया है जिसमें उसने नौकरशाहों से राजनीतिक नेताओं के मौखिक आदेशों पर कार्रवाई नहीं करने को कहा है।

उन्होंने यहां प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कहा, ‘यह निर्णय नहीं है। यह उच्चतम न्यायालय का मौखिक आदेश है तथा केन्द्र सरकार के पास पहले से ही प्रशासनिक सेवा स्थापना बोर्ड है। हमारे पास ऐसे कई अन्य मौखिक आदेश आयेंगे क्योंकि सेवानिवृत्त होने के बाद सम्बुद्ध होने वाले पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों का कबीला हमारे देश में बढ़ा है।’ ग्रामीण विकास मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर यह बात कही।

भाजपा और नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने आज कहा कि यह सरदार पटेल का अपमान है कि महात्मा गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार विचारधारा वाले लोग पटेल की विरासत पर दावा कर रहे हैं।

रमेश ने कहा, ‘मेरा मानना है कि इस तरह के व्यक्ति द्वारा यह दावा करना सरदार पटेल और उनकी विरासत का अपमान है। मेरा विचार है कि देश का प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा के साथ इस पद के भाजपा के उम्मीदवार कुछ भी करेंगे।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि पटेल होते तो राजनीतिक निरंकुशता, सामाजिक विभाजन और आर्थिक पक्षपात में भरोसा करने वाले किसी व्यक्ति को पूरी तरह नामंजूर कर देते।

मोदी के मॉडल को ‘राजनीतिक तानाशाही’ वाला होने का आरोप लगाते हुए रमेश ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री एक तरह से गुजरात में एक व्यक्ति की तानाशाही चला रहे हैं। उन्होंने फिर से यह बात दोहराई कि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच नहीं बल्कि कांग्रेस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच मुकाबला होगा।

रमेश ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या एक निश्चित विचारधारा से प्रेरित लोगों ने की और सरदार पटेल ही थे जिन्होंने भारत के गृहमंत्री के तौर पर संघ पर प्रतिबंध लगाया था। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार अपनी छवि बदलने का प्रयास कर सकते हैं। वह अपनी पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाये जाने के बाद से अपनी छवि बदलने का प्रयास कर रहे हैं।’

रमेश ने कहा, ‘सरदार कांग्रेसी थे, भारत की एकता के रचनाकार थे। वह महात्मा गांधी के सबसे करीबी सहायकों में से एक थे। उन्होंने और जवाहरलाल नेहरू ने 35 साल से ज्यादा वक्त तक साथ काम किया।’ उन्होंने कहा, ‘उनके बीच वैसे ही मतभेद थे जैसे सभी के बीच होते हैं। वे निजी मतभेद नहीं थे, राजनीतिक थे और सार्वजनिक थे लेकिन भारतीय राष्ट्र को बनाने में वे एक साथ थे।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, November 1, 2013, 21:09

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