Last Updated: Sunday, February 23, 2014, 21:03
नई दिल्ली : अगले कुछ वर्षों में कंपनियों में वित्तीय धोखाधड़ी की दूसरी सबसे बड़ी वजह साइबर अपराध बन सकती है क्योंकि कंपनियां निष्पादन में सुधार के लिए तेजी से प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रही हैं। कंसल्टेंसी फर्म पीडब्ल्यूसी द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में करीब 48 प्रतिशत लोगों ने कहा कि साइबर अपराध का जोखिम बढ़ गया है। वर्ष 2011 में 39 प्रतिशत लोगों ने इस तरह की राय जाहिर की थी।
सर्वेक्षण में पाया गया कि वित्तीय सेवा वाले संगठनों में 45 प्रतिशत संगठन साइबर अपराध के चलते धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं जो अन्य सभी उद्योग क्षेत्रों में दर्ज आवृत्ति का करीब तीन गुना है। सूची में धोखाधड़ी में साइबर अपराध चौथे पायदान (24 प्रतिशत) पर है, जबकि संपत्ति का गलत ब्यौरा (69 प्रतिशत) पहले पायदान, खरीद संबंधी धोखाधड़ी (29 प्रतिशत) दूसरे पायदान और घूसखोरी व भ्रष्टाचार (27 प्रतिशत) तीसरे पायदान पर है। हालांकि, 30 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनकी कंपनियां में संपत्ति के गलत ब्यौरे के बाद साइबर अपराध से सबसे अधिक जोखिम है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 23, 2014, 21:03