Last Updated: Monday, January 13, 2014, 18:42
फरुखाबाद : विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को भरोसा है कि अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े प्रकरण में भारत से एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को वापस भेज दिए जाने से दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है।
खुर्शीद ने रविवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘भारत से वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को वापस भेजे जाने का दोनों देशों के संबंधों पर कोई विपरीत असर पड़ने वाला नहीं है। फिर भी यदि अमेरिका इस संबंध में कोई कदम उठाता है, तो भारत की तरफ से समुचित कार्रवाई की जाएगी।’ एक सवाल के जवाब में खुर्शीद ने बताया कि फिलहाल श्रीलंका में भारत के 300 मछुआरे बंदी हैं और उनके तथा अन्य पड़ोसी देशों में इस तरह के बंदियों के बारे में 20 जनवरी को चेन्नई में होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में विचार किया जाएगा।
कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने अथवा नहीं करने के बारे में चल रही चर्चाओं का जिक्र होने पर खुर्शीद ने कहा कि इस संबंध में जो भी निर्णय होना होगा, वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लिया जायेगा।
उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि इस संबंध में जो भी फैसला होना होगा, वह 17 जनवरी को होने वाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में ले लिया जायेगा।’ खुर्शीद ने ‘आम आदमी पार्टी’ के लिए आम जनता में बढ़ रहे कथित क्रेज से इनकार करते हुए बताया कि भ्रष्टाचार का मुद्दा संसद के आगामी बजट सत्र के एजेंडे में शामिल है और उस सत्र के दौरान इस संदर्भ में कई कानून पास हो सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 13, 2014, 18:42