Last Updated: Friday, December 20, 2013, 22:58
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : भारत ने शुक्रवार को कहा कि राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के मामले से निपटते हुए दोनों पक्षों को भारत-अमेरिका संबंधों के सभी पहलुओं को ध्यान में रखने की जरूरत है। वहीं, अमेरिका ने देवयानी के खिलाफ आरोपों को वापस लेने की मांग को मानने से इनकार कर दिया है लेकिन भारत को उम्मीद है कि मामले को सुलझा लिया जाएगा। भारत ने एक तरह से अमेरिक से यह भी कहा कि समय अब बदल गया है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने द्विपक्षीय संबंधों को मूल्यवान करार देते हुए कहा कि न्यूयॉर्क में भारत की राजनयिक के साथ हुए अस्वीकार्य व्यवहार से निपटते हुए भारत इस बात को ध्यान में रख रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे इस तथ्य की जानकारी है कि यह दोनों देशों के बीच मूल्यवान रिश्ता है। ऐसा रिश्ता जिसमें न केवल सरकारों ने बल्कि निजी क्षेत्र ने, संगठनों ने, लोगों ने बहुत निवेश किया है और मुझे लगता है कि जब हम एक दूसरे से निपटते हैं तो हमें अपने रिश्ते के अलग-अलग क्षेत्रों के हर पहलू को दिमाग में रखना होगा।
खुर्शीद ने कहा कि मुझे लगता है कि यह हम दोनों के लिए है। हमें इसकी जानकारी है। मुझे विश्वास है कि उन्हें भी उतनी ही जानकारी है। हमारा विचार है कि रिश्ते को सुरक्षित रखना महत्वपूर्ण है। मुझे भरोसा है कि वे भी सोचते हैं कि संबंध को बनाए रखना अहमियत रखता है। उन्होंने कहा कि सवाल केवल यह है कि जब कुछ कष्टप्रद, नुकसानदायक और अस्वीकार्य होता है तो आप क्या करते हैं। हम समाधान निकालने जा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि हम समाधान निकाल लेंगे। 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी खोबरागड़े को 12 दिसंबर को वीजा धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ हुई बदसलूकी को लेकर भारत में नाराजगी है।
खुर्शीद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से बात करना मेरा मुख्य दायित्व और हक है। निचले स्तर से भी अमेरिकी विदेश विभाग और विदेश मंत्री से संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि हम जिस तरह बातचीत कर रहे हैं और सार्थक बातचीत हुई है, इससे हमारी कोशिशें हमें तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाएंगी और कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा। उधर, भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी के मुद्दे को लेकर अमेरिका और भारत के बीच जारी राजनयिक विवाद को सुलझाने के प्रयासों के बीच अमेरिका ने आज वरिष्ठ राजनयिक के खिलाफ आरोपों को रद्द करने और उनके साथ कथित बुरे बर्ताव के लिए माफी मांगने संबंधी भारत की मांगों को नामंजूर कर दिया।
न्यूयॉर्क में उप महावाणिज्यदूत देवयानी को वीजा धोखाधड़ी के आरोपों में गिरफ्तार किये जाने और उनके साथ हुई बदसलूकी के बाद बने राजनयिक गतिरोध को सुलझाने के लिए दोनों देश पिछले दो दिन से संपर्क में हैं। देवयानी का तबादला अब संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन में कर दिया गया। उन पर अमेरिकी कानून के मुताबिक अपनी मेड को कम पगार देने के आरोप हैं। अमेरिका में राजनीतिक मामलों की विदेश उप मंत्री वेंडी शरमैन ने बुधवार और गुरूवार को इस मामले का कोई हल निकालने के लिए विदेश सचिव सुजाता सिंह से लंबी बातचीत की थी। सूत्रों के अनुसार उन्होंने इस मुद्दे के समाधान के लिए कुछ विशेष कदमों पर चर्चा की।
सुजाता ने संवाददाताओं से कहा कि भारतीय राजनयिक से इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए, भले ही यह अमेरिका में हो या अन्य किसी देश में। हम अपेक्षा करते हैं कि हमारे राजनयिक से भी वैसा ही शिष्टाचार होना चाहिए जैसा हम अमेरिकी राजनयिकों या अन्य किसी देश के राजनयिक के साथ करते हैं। 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी देवयानी को 12 दिसंबर को वीजा धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ हुई बदसलूकी को लेकर भारत में नाराजगी है।
इस बीच, वाशिंगटन में अमेरिकी विदेश विभाग ने देवयानी के खिलाफ वीजा धोखाधड़ी के आरोपों को वापस लेने की तथा माफी मांगने की भारत की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि आरोप बहुत गंभीर हैं और उन्हें ऐसे ही नहीं छोड़ दिया जाएगा।
विदेश विभाग की प्रवक्ता मैरी हर्फ ने भी साफ किया कि 39 वर्षीय देवयानी का तबादला संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन में किये जाने के बाद उनके लिए मांगी गयी छूट ‘पूर्व प्रभावी’ नहीं है।
विदेश विभाग की प्रवक्ता मारी हर्फ ने कहा कि 39 वर्षीय देवयानी को ‘बेहद गंभीर’ आरोपों का सामना करना पड़ेगा और उन्हें संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में स्थानांतरित किए जाने के बाद उन्हें मिलने वाली छूट ‘पिछले प्रभाव से लागू नहीं होगी।’ हर्फ ने कहा कि हमने इन आरोपों को बहुत गंभीरता से लिया है। हम इन आरोपों से किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। फिर से बता दूं कि यह कानून के पालन का मुद्दा है।
गौर हो कि 39 वर्षीय उप महावाणिज्यदूत देवयानी को वीजा फर्जीवाड़ा और अपनी नौकरानी को कम तनख्वाह देने का आरोप लगाते हुए पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क में गिरफ्तार कर लिया गया था और उनकी गहन तलाशी ली गई तथा डीएनए जांच के लिए नमूना देने को विवश किया गया। साथ ही 250,000 डॉलर के मुचलके पर रिहाई से पहले जेल में उन्हें अपराधियों के बीच रखा गया।
First Published: Friday, December 20, 2013, 18:09