Last Updated: Wednesday, March 26, 2014, 08:31

भोपाल: राजनीति में कम मौके ऐसे आते हैं जब विरोधी दलों के नेता एक दूसरे की प्रशंसा के कशीदे पढ़ें, मगर इन दिनों मध्य प्रदेश में ऐसा ही कुछ हो रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह विरोधी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सुषमा स्वराज की सराहना कर रहे हैं तो सुषमा भी दिग्विजय की सराह रही हैं।
देश में भावी प्रधानमंत्री को लेकर हर स्तर पर बहस का दौर जारी हैं। कोई कहता है कि लोकसभा चुनाव में 272 सीटों से दूर रहने पर कई दल भाजपा का साथ इसलिए नहीं देंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी को भाजपा ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। इस स्थिति में भाजपा केा कोई दूसरा विकल्प तलाशना होगा।
इसी मसले पर जब दिग्विजय सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए सुषमा को सराहा और कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथियों को नेता के तौर पर सुषमा स्वीकार्य हो सकती है। इसकी वजह भी उन्होंने बताई और कहा कि सुषमा ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनता दल से की थी। वे छात्र नेता भी रही, राजनीति का मॉडरेट चेहरा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष रही। आम तौर पर नेता प्रतिपक्ष ही छाया प्रधानमंत्री माना जाता है।
सिंह ने आगे कहा कि वे सुषमा के नेता प्रतिपक्ष के कार्यकाल के प्रशंसक नहीं हैं क्येाकि इस अवधि में लोकसभा का सबसे ज्यादा समय व्यर्थ गया है। इसके बाद तो सुषमा ने अपने ही अंदाज मे जवाब दिया और कहा कि दिग्विजय सिंह राहुल गांधी से बेहतर उम्मीदवार हैं। सुषमा का जवाब आया तो दिग्विजय सिंह कहां चूकने वाले थे, उन्हेाने कह डाला कि अब तो सुषमा ने भी मान लिया है कि संयुक्त प्रगतिषील गठबंधन की सरकार बन रही है।
दिग्विजय और सुषमा द्वारा एक-दूसरे की सराहना को राजनीति के पंडित अपने चश्मे से देख रहे हैं और कह रहे हैं कि दोनों की राय के पीछे भी कोई राजनीति होगी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 26, 2014, 08:31