`दिग्विजय कांग्रेस के इनसाइक्लोपीडिया, लोकसभा चुनाव लड़ें`

`दिग्विजय कांग्रेस के इनसाइक्लोपीडिया, लोकसभा चुनाव लड़ें`

`दिग्विजय कांग्रेस के इनसाइक्लोपीडिया, लोकसभा चुनाव लड़ें`  इंदौर : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह समेत पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को आगामी राज्यसभा चुनावों में उम्मीदवार बनाने के फैसले पर कांग्रेस के भीतर ही सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं।

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सज्जनसिंह वर्मा ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘दिग्विजय कांग्रेस के इनसाइक्लोपीडिया हैं। जब आडवाणी 86 वर्ष की उम्र में लोकसभा चुनाव लड़कर संसद पहुंचना चाह रहे हैं, तो उन्हें (दिग्विजय को) भी ऐसा ही दृष्टिकोण अपनाना चाहिये था।’

देवास-शाजापुर लोकसभा क्षेत्र के 61 वर्षीय कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘दिग्विजय को मध्यप्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार बनाने का कांग्रेस आलाकमान का निर्णय मेरी समझ में उचित नहीं है। उनमें इंदौर, सागर और विदिशा जैसी लोकसभा सीटों से चुनाव जीतने की पूरी क्षमता है।’ उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव या महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष शोभा ओझा जैसे युवा चेहरों में से किसी एक को पार्टी का राज्यसभा उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए था।

कांग्रेस सचिव ने मुरली देवड़ा, मोतीलाल वोरा और मधुसूदन मिस्त्री जैसे वरिष्ठ पार्टी नेताओं की उम्र पर सवाल उठाते हुए उन्हें राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर भी तीखी आपत्ति जाहिर की। वर्मा ने कहा, ‘बुजुर्ग लोगों को राज्यसभा भेजने का क्या तुक है और इससे पार्टी को क्या लाभ मिलता है।’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवारों की औसत उम्र 60 वर्ष से कम है, जबकि कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशियों की औसत आयु करीब 70 वर्ष है। वर्मा ने कहा कि कांग्रेस को अब ‘रूढ़िवादी’ परंपराओं को छोड़ते हुए भविष्य के राज्यसभा चुनावों में युवा चेहरों को अपना प्रत्याशी बनाना चाहिए, जबकि वरिष्ठ नेताओं को संगठन की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, January 28, 2014, 19:21

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