मैं मोदी की तरह कायर नहीं हूं कि अपना रिश्‍ता छिपाऊं: दिग्विजय सिंह

मैं मोदी की तरह कायर नहीं हूं कि अपना रिश्‍ता छिपाऊं: दिग्विजय सिंह

मैं मोदी की तरह कायर नहीं हूं कि अपना रिश्‍ता छिपाऊं: दिग्विजय सिंहज़ी मीडिया ब्‍यूरो/बिमल कुमार

नई दिल्‍ली : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने टीवी पत्रकार अमृता राय के साथ अपने रिश्‍ते पर गुरुवार को मीडिया के सामने कहा कि मैं कायर नहीं हूं जो अपने रिश्‍ते को छिपाऊं।

दिग्विजय ने एक महिला पत्रकार से अपने रिश्ते की स्वीकारोक्ति को हथियार बनाते हुए आज नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार की तरह कायर नहीं हैं जो सालों तक अपनी शादीशुदा जिंदगी के बारे में छिपाते रहे। कांग्रेस ने जहां इस सवाल पर सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी कि क्या दिग्विजय के बयान से पार्टी को किसी तरह की शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है। वहीं कांग्रेस नेता के बेटे और मध्य प्रदेश से विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि फिर से शादी करने का उनके पिता का फैसला निजी मामला है और वह अपने पिता को पूरा समर्थन देते हैं।

दिग्विजय ने संवाददाताओं से कहा कि जहां तक मेरी बात है, मैं अपने रिश्ते को नहीं छिपाता जैसा कि मोदी करते हैं। इस मामले में मेरा रख बिल्कुल साफ है। मैं कायर नहीं हूं जो कि दुर्भाग्य से नरेंद्र मोदी हैं। मोदी द्वारा पिछले महीने पहली बार अपनी शादी की बात स्वीकार किये जाने के बाद लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान उन पर हमला करने वालों में दिग्विजय भी आगे थे। मोदी ने पिछले महीने वड़ोदरा लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करते समय हलफनामे में पहली बार कहा था कि उनकी पत्नी का नाम जशोदाबेन है। इससे पहले तक मोदी हलफनामे में वैवाहिक स्थिति वाला खाना खाली छोड़ते रहे हैं।

गौर हो कि कांग्रेस के 67 वर्षीय नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को ट्विटर के माध्यम से एक महिला पत्रकार के साथ अपने संबंध होने और उनके साथ विवाह करने की योजना की घोषणा की थी। इससे पहले सोशल मीडिया पर इस बारे में काफी चर्चा फैल गई थी।

दिग्विजय की एक शादी शुदा महिला पत्रकार के साथ संबंधों की स्वीकारोक्ति के बाद उनके और अमृता राय के प्‍यार का इजहार खुलकर सामने आ गया। उनके बीच संबंधों को लेकर कुछ निजी तस्‍वीरें भी सामने आई हैं। सोशल मीडिया ने आखिरकार दिग्विजय सिंह को अमृता के साथ अपने रिश्‍ते को जाहिर करने के लिए मजबूर कर दिया। एक दिन पहले तक दिग्विजय अपने रिश्‍ते से इनकार कर रहे थे।

हालांकि 67 वर्षीय दिग्विजय सिंह ने अमृता राय (42) के साथ अपने रिश्‍ते को लेकर एक दिन पहले तक इसे मानने से इनकार कर दिया था। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था कि मुझे यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं है कि मेरे अमृता राय से संबंध हैं। उन्होंने एवं उनके पति ने आपसी सहमति से पहले ही तलाक का मामला दाखिल कर दिया है। जैसे ही इस बारे में फैसला हो जाएगा, हम इसे औपचारिक रूप दे देंगे। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि लेकिन हमारे निजी जीवन में घुसपैठ की मैं भर्त्सना करता हूं। सिंह की पत्नी आशा का पिछले साल ही लंबी बीमारी के बाद निधन हुआ था। उनके चार पुत्रियां एवं एक पुत्र है।

जीवन के चौथे दशक में चल रही अमृता ने भी ट्वीट किया कि वह अपने पति से तलाक हासिल करने के बाद सिंह से विवाह करेंगी। उन्होंने ट्वीट किया था कि मैं अपने पति से अलग हो गई हूं और हमने आपसी सहमति से तलाक के कागज दाखिल कर दिए हैं। इसके बाद मैंने दिग्विजय सिंह से विवाह का निर्णय किया है। अमृता ने आरोप लगाया कि उनका ईमेल एकाउंट हैक किया गया है। उन्होंने ट्वीट किया कि मेरा ईमेल (कंप्यूटर) को हैक किया गया और विषय सामग्री से छेड़छाड़ की गई। कांग्रेस के महासचिव शकील से जब पार्टी की मीडिया ब्रीफिंग में इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह इस बारे में अवगत नहीं हैं।

वहीं, अमृता राय के पति ने कहा कि दंपति के बीच रिश्ते काफी पहले की खत्म हो चुके थे और वह अपने बारे में कोई भी निर्णय करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि हम कुछ समय पहले अलग हो गये थे तथा आपसी सहमति से तलाक के लिए आवदेन कर दिया है। हमारे बीच संबंध काफी पहले ही खत्म हो गए थे तथा अमृता अपने जीवन के बारे में कोई भी निर्णय लेने को स्वतंत्र है तथा मैं उसका सम्मान करूंगा। अमृता के पति ने सभी से अनुरोध किया कि उनकी निजता का सम्मान किया जाए और इस मुद्दे पर कोई शर्मसार करने वाली स्थिति उत्पन्न नहीं की जाए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह उनके लिए एक कड़ा एवं दुखदायी दौर है। उनके पति ने कहा कि चूंकि यह एक कानूनी प्रक्रिया है, इसमें अपना समय लगता है लेकिन हमारे संबंध काफी समय पहले ही खत्म हो गए थे।

उधर, भाजपा ने कहा कि यह नैतिकता का प्रश्न होने के साथ अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए दिग्विजय को सजा भी हो सकती है। भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने यहां कहा कि गुप्त विवाह संभव नहीं है। एक वकील के नाते मैं कह सकती हूं कि अभी तलाक नहीं हुआ है और मामला यौन संबंधों का है। नैतिकता का सबक देने वालों ने इसकी विकृत परिभाषा की है और कांग्रेस नेतृत्व को इसका संज्ञान लेना चाहिए।

First Published: Thursday, May 1, 2014, 16:24

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