राजनयिक विवाद: भारत ने मामला सुलझाने में अमेरिका को मदद की पेशकश की

राजनयिक विवाद: भारत ने मामला सुलझाने में अमेरिका को मदद की पेशकश की

राजनयिक विवाद: भारत ने मामला सुलझाने में अमेरिका को मदद की पेशकश कीनई दिल्ली : देवयानी खोबरागड़े मामले के लगातार उलझते जाने के बीच भारत ने बुधवार को अमेरिका से कहा कि अगर उसकी ‘भीतरी प्रकियाएं और कानून’ मामले को सुलझाने में किसी तरह की मुश्किल पेश कर रहे हैं तो वह इसमें मदद के लिए तैयार है, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि भारतीय कूटनीति की गरिमा को ‘स्वीकार करना होगा और इसका संरक्षण’ करना होगा।

विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने यहां अमेरिकी दूतावास के परिसर में वाणिज्यिक गतिविधियों पर रोक लगाने के भारत के निर्देश का बचाव करते हुए कहा कि यह पारस्पारिकता पर आधारित है द्वेष पर नहीं।

खोबरागड़े को अमेरिका में भारतीय कूटनीति का चेहरा करार देते हुए उन्होंने कहा कि भारत सिर्फ यही उम्मीद करता है कि अमेरिका जैसा मित्र देश वैसा ही व्यवहार करे, जैसा एक मित्र देश करता है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग न्याय है, अगर उनकी आंतरिक प्रक्रियाओं और कानूनों में कोई समस्या है, हम मदद के इच्छुक हैं। हम मिलकर हल जरूर ढूंढ लेंगे। लेकिन हमारी राजनयिक सेवा की गरिमा को हमारे सभी मित्रों को मानना और इसका संरक्षण करना होगा, फिर चाहे वह विश्व के किसी भी भाग में हो।

विदेश मंत्री ने इस संबंध में ब्यौरा नहीं दिया, लेकिन उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब खोबरागड़े का मामला उन्हें संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में स्थानांतरित किए जाने के बावजूद सुलझ नहीं रहा है, जहां खोबरागड़े को पूर्ण राजनयिक छूट हासिल है। उनपर 13 जनवरी को अदालत में दोषारोपण किया जाने वाला है। अमेरिका को भारत द्वारा दिए गए नये दिशानिर्देशों की पृष्ठभूमि में विदेश मंत्री ने कहा कि पारस्परिकता एक सतत प्रक्रिया है, जब हमें महसूस होता है कि किसी चीज पर पारस्परिकता नहीं है, तो हम भी ठीक वही करते हैं। यह द्वेषपूर्ण नहीं है। यह मात्र पारस्परिकता पर आधारित व्यवस्था है, द्वेष पर नहीं।

खुर्शीद ने कहा कि हमारी स्थिति बिलकुल स्पष्ट है। वह भारतीय राजनयिक हैं। वह अमेरिका में हमारी कूटनीति का चेहरा हैं, जैसे राजदूत और बाकी लोग हैं। हम अमेरिका जैसे एक मित्र देश से वही करने की उम्मीद करते हैं, जैसा एक मित्र देश करता है। सरकार ने दूतावास से कहा है कि वह दूतावास के परिसर में अमेरिकन कम्युनिटी सपोर्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में चलाई जा रही तमाम वाणिज्यिक गतिविधियां रोक दे। इनमें रेस्टोरेंट, बार, वीडियो क्लब, बाउलिंग एले, स्विमिंग पूल, स्पोर्टस फील्ड, ब्यूटी पार्लर और जिम शामिल है।

एक अन्य सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि वह देवयानी से जुड़ी किसी बात पर चर्चा नहीं करेंगे क्योंकि यह मामला अमेरिका में विचाराधीन है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, January 8, 2014, 19:47

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