Last Updated: Monday, December 16, 2013, 00:44

चेन्नई : श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दों पर संबंधों में आए अलगाव के महीनों बाद द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि ने 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए अपनी पूर्व सहयोगी कांग्रेस के साथ किसी तरह के गठबंधन की संभावना से आज इनकार किया।
करुणानिधि ने अपनी पार्टी की महा परिषद की बैठक में अपना संबोधन समाप्त करते हुए यह घोषणा की। पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि करूणानिधि ने संकेत दिया कि पार्टी भाजपा के साथ भी कोई गठबंधन नहीं कर सकती, लेकिन उन्होंने इस पर कोई वायदा नहीं किया।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने संकेत दिया कि भाजपा का वर्तमान नेतृत्व अटल बिहारी वाजपेयी से भिन्न है जिन्होंने राजग सरकार का नेतृत्व किया था और द्रमुक जिसका घटक थी। संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने अब भी भाजपा को एक विकल्प के रूप में रखा है, उन्होंने कहा, ‘एक समित बना दी गई है और यह गठबंधन को लेकर चर्चा तथा फैसला करेगी ।’
बैठक में मौजूद द्रमुक सूत्रों ने बताया कि करूणानिधि ने 2जी स्पेक्ट्रम का हवाला देते हुए कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार किया। करूणानिधि की बेटी कनिमोई और पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा घोटाले में आरोपी हैं।
मामले की जांच के लिए गठित और पीसी चाको (कांग्रेस) के नेतृत्व वाली संयुक्त संसदीय समिति ने हाल में भाजपा, भाकपा और तृणमूल कांग्रेस जिन्होंने इसे ‘फर्जीवाड़ा’ करार दिया था, के विरोध के बीच संसद में अपनी रिपोर्ट रखी थी। द्रमुक सदस्यों ने रिपोर्ट के विरोध में बहिर्गमन किया था ।
रिपोर्ट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को यह कहते हुए क्लीन चिट दी गई है कि उन्हें तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए राजा ने ‘गुमराह’ किया था। द्रमुक ने कहा है कि इसमें राजा की बात नहीं सुनी गई। इससे पहले महा परिषद ने 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन संबंधी मुद्दों पर चर्चा और फैसला करने के लिए करूणानिधि और पार्टी महासचिव के. अनबाझगन को पूर्ण अधिकार प्रदान कर दिए।
कांग्रेस और द्रमुक के संबंध श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दों पर इस साल मार्च में टूट गए थे। हालांकि, द्रमुक राज्यसभा चुनाव के दौरान कनिमोई के लिए कांग्रेस का समर्थन जुटाने में सफल रही थी।
First Published: Monday, December 16, 2013, 00:44