Last Updated: Tuesday, June 3, 2014, 09:50
ज़ी मीडिया ब्यूरो/आलोक कुमार रावनई दिल्ली : केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे का मंगलवार को सड़क हादसे में निधन हो गया। हादसे के बाद मुंडे अपने निजी सहायक और कार चालक के साथ एम्स के ट्रामा सेंटर पहुंचे थे। एम्स के डॉक्टर ने बताया कि काफी कोशिशों के बाद भी मुंडे को नहीं बचाया जा सका।
मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए एम्स ट्रामा सेंटर के प्रवक्ता अमित गुप्ता ने मीडिया कर्मियों को बताया, `सड़क हादसे के बाद मुंडे के निजी सहायक और उनके कार चालक सुबह 6.30 बजे उन्हें एम्स के ट्रामा सेंटर लेकर आए। मुंडे जब यहां लाए गए तो उनका रक्तचाप नहीं था, उनकी सांस नहीं चल रही थी और उनकी हृदय गति भी रुकी हुई थी। डॉक्टरों ने करीब पचास मिनट तक उनके महत्वपूर्ण अंगों को सक्रिय करने की कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद डॉक्टरों ने मुंडे को मृत घोषित कर दिया।`
प्रवक्ता ने बताया, `मुंडे का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा। इसके लिए तीन डॉक्टरों की एक टीम बना दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का स्पष्ट कारण पता चल सकेगा।` प्रवक्ता ने बताया कि मुंडे के शरीर पर चोट के बड़े निशान नहीं थे।
गौरतलब है कि मुंडे आज सुबह मुंबई जाने के लिए घर से निकले थे। अरविंदो मार्ग पर उनकी कार को पीछे से एक इंडिगो कार ने टक्कर मार दी। यह हादसा अरविंदो मार्ग पर हुआ। हादसे के बाद मुंडे कार में गिर गए। समझा जाता है कि टक्कर लगने के बाद मुंडे सदमे में आ गए और उन्हें हृदयाघात हुआ।
मुंडे ने 26 मई को केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली थी। केंद्र में मंत्री बनने के बाद मुंडे अभी अपने निर्वाचन क्षेत्र भी नहीं जा पाए थे। मुंडे महाराष्ट्र के बीड़ से सांसद थे।
First Published: Tuesday, June 3, 2014, 09:41