Last Updated: Friday, April 18, 2014, 14:50
ज़ी मीडिया ब्यूरोलखनऊ/नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गुरुवार देर शाम आयी तेज आंधी में पेड़, बिजली के खम्भे और मकान की दीवार गिरने जैसी घटनाओं में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गयी। उधर, राजधानी दिल्ली सहित देश के कई शहरों में गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह तेज हवा के साथ बारिश होने से एक तरफ जहां तापमान में गिरावट दर्ज की गई, वहीं कई शहरों में बारिश के साथ गिरे ओलों ने फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है।
दिल्ली में जहां तेज आंधी के साथ बारिश हुई वहीं राजस्थान के सीकर सहित कई शहरों में बेर के आकार के ओले भी गिरे। बारिश का कारण पाकिस्तान और राजस्थान के आसपास बने कम दबाव के क्षेत्र को बताया जा रहा है। आंधी और बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही उत्तर प्रदेश के शहरों में मचाई। आंधी और तूफान के कारण पेड़ उखड़ कर मकानों पर गिए गए। कई जगह तेज हवाओं से झोपड़ियां ढह गईं।
पिछले 24 घंटों के दोरान जालौन जिले में 11, कासगंज, फैजाबाद और बाराबंकी में दो-दो और लखनऊ में एक व्यक्ति की मौत हो गई। कई स्थानों पर पेड़ उखड़कर रेल लाइनों पर गिर गए, जिसके कारण रेलगाड़ियों का आवागमन प्रभावित हुआ। लखनऊ में 100 से ज्यादा पेड़ गिर गए। कफसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। गेहूं और आम की फसल चौपट हो गई है।
इससे पहले गुरुवार देर शाम भी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश हुई थी। सीकर में बारिश के साथ बेर के आकार के ओले भी गिरने की खबर है। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में भी ओले गिरने की खबर है। आने वाले दिनों में भी तापमान में गिरावट के साथ हवाओं का दवाब बने रहने की संभावना है।
इधर, मौसम में आए बदलाव के बाद किसानों ने फसलों की कटाई तेज कर दी। कई जगहों पर बारिश में भीगी हुई फसलों को धूप में रखना पड़ा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दक्षिणी-पूर्वी हवाओं के दवाब की वजह से मौसम में बदलाव आया है। यह स्थिति शनिवार तक रह सकती है। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Friday, April 18, 2014, 09:56