Last Updated: Tuesday, October 22, 2013, 13:41

चेन्नई : देश में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का संचालन करने वाली संस्था न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) की कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) की पहली इकाई में मंगलवार को 160 मेगावाट विद्युत उत्पादन हुआ। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
केएनपीपी के कार्यस्थल निदेशक आरएस सुंदर ने बताया कि 75 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लिए यूनिट 1 और विद्युत ग्रिड के बीच तालमेल सोमवार आधी रात के बाद 2.45 बजे स्थापित हुआ। हमने इसके बाद उत्पादन की क्षमता 160 मेगावट तक बढ़ाई और विद्युत उत्पादन को नीचे लाने से पहले तक इस स्थिति को अगले दो घंटे तक बरकरार रखा। उनके मुताबिक, इस इकाई से अगले दो या तीन दिनों में 300 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा।
सुंदर ने कहा कि 400 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) की अनुमति से होगा। उन्होंने हमसे ऐसा करने की मांग की है। एनपीसीआईएल तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट क्षमता वाले दो रूसी संयंत्र स्थापित कर रहा है। इस पूरी परियोजना में 17,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहली इकाई में सबसे पहले जुलाई 2013 में विखंडन की प्रक्रिया शुरू हुई थी।
एईआरबी ने अगस्त में केएनपीपी को संयंत्र की विद्युत उत्पादन क्षमता 50 फीसदी बढ़ाने और इकाई के पावर ग्रिड के साथ तालमेल बिठाने की अनुमति दी थी। एनपीसीआईएल ने शुरुआत में कहा था कि यह अगस्त के अंत तक ग्रिड से केएनपीपी को जोड़ लेगा, जिससे 400 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा। लेकिन कंडेंसर वाल्व में गड़बड़ी हो जाने की वजह से यह संभव नहीं हो पाया। केएनपीपी के ग्रिड से संपर्क हो जाने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए गैर सरकार संगठन पूवुलागिन नांबरगल के जी.सुंदरराजन ने बताया कि यह 69 महीने के कुडनकुलम को शुरू करने के नाटक का एक और दृश्य है।
उन्होंने कहा कि एनपीसीआईएल ने इससे पहले कहा था कि यह 400 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लिए इकाई को ग्रिड से जोड़ेगी, लेकिन वे अब कहते हैं कि 75 मेगावाट उत्पादन के लिए ही इकाई और ग्रिड में तालमेल हो पाया है। यह तमाशा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 22, 2013, 13:41