Last Updated: Sunday, December 8, 2013, 00:13
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती शुरू होने में कुछ घंटों का वक्त बचा है। इन राज्यों में रविवार दोपहर बाद किसी भी वक्त किसकी सरकार बनेगी का फैसला हो जाएगा। मतगणना शुरू होने के साथ ही कई दिग्गजों का भविष्य तय होगा कि कौन किसे मात देता हैं, किसकी जमीन खिसकती है और किसे सत्ता का ताज हासिल होगा।
नई दिल्ली : दिल्ली में आज तीन बार से मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और उनको चुनौती देने वाले भाजपा के हर्षवर्धन एवं आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल का भविष्य का पता लगेगा। राज्य में कुल 810 उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा ने जहां 66 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे हैं वहीं कांग्रेस और आप ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। विधानसभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बसपा ने 69 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं वहीं राकांपा ने नौ और समाजवादी पार्टी के 27 उम्मीदवार मैदान में हैं। 224 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। मतों की गिनती के लिए दिल्ली चुनाव आयोग ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। 14 मतगणना केंद्रों पर अर्धसैनिक बल और दिल्ली पुलिस के 2000 जवान कड़ी निगाह रखेंगे। सीसीटीवी कैमरा और लाइव वेबकास्ट की व्यवस्था के साथ ही सभी 14 केंद्रों पर सुरक्षा के दो स्तरीय प्रबंध किए गए हैं। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय देव ने कहा, ‘मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बल अंदरूनी सुरक्षा में होंगे जबकि बाहरी स्तर पर पर्याप्त संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान होंगे। मतों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू होगी।’ दिल्ली चुनाव आयोग को इस बार 43 हजार पोस्टल बैलट प्राप्त हुआ है जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में यह संख्या 1600 थी।
राजस्थान : राजस्थान के 2,087 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज हो जाएगा, जब 200 विधानसभा सीटों में से 199 के चुनावी नतीजे सामने आ जाएंगे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार की मौत के कारण चुरू सीट पर मतदान 13 दिसंबर को होगा। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और अधिकांश नतीजे शाम तक आ जाएंगे। निर्वाचन आयोग के अनुसार एक दिसंबर को चार करोड़ मतदाताओं में से 75 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वर्ष 2008 में 66.30 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। जहां कांग्रेस राज्य में गहलोत सरकार द्वारा किए गए विकास और समाज कल्याण के कार्यो के सहारे वोट मांग रही थी, वहीं भाजपा ने गहलोत सरकार के अक्षम प्रशासन और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया।
मध्यप्रदेश : प्रदेश में आज होने वाली मतगणना के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव में कुल 2586 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। 25 नवंबर को हुए मतदान में उनकी किस्मत इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में बंद हो चुकी है। राज्य में परंपरागत तरीके से मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बार दो विधानसभा क्षेत्रों- बुधनी और विदिशा से चुनाव लड़ा है। उनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री व राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री बाबूलाल गौर भोपाल के गाविंदपुरा क्षेत्र से किस्मत आजमा रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस के भी कई प्रमुख नेताओं की दावेदारी पर फैसला रविवार को होना है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी (भोजपुर), नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (चुरहट), पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पुत्र सुंदरलाल तिवारी (रीवा), पूर्व मंत्री के.पी. सिंह (पिछोर), यादवेंद्र सिंह (टीकमगढ़), पूर्व मंत्री मुकेश नायक (पवई), कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह (राघोगढ़) शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ : नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में मतगणना के लिए व्यापक तैयारी की गई है। राज्य के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डीडी सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह आठ बजे राज्य के सभी 27 जिला मुख्यालयों में मतगणना प्रारंभ होगी। राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए होने वाली मतगणना के लिए 1375 टेबल लगाए गए हैं। जिनमें 1375 मतगणना सुपरवाईजर, 1375 गणना सहायक और 90 सामान्य पर्यवेक्षक कार्य करेंगे।
सिंह ने बताया कि मतगणना में मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों, विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक, विधानसभा में विपक्ष के नेता रवींद्र चौबे समेत 985 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। राज्य विधानसभा चुनाव में 85 महिला उम्मीदवारों ने भी किस्मत आजमाई है जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी, बिलासपुर की महापौर वाणी राव और रायपुर की महापौर किरणमयी नायक प्रमुख हैं। अधिकारी ने बताया कि राज्य में 110 मतगणना कक्ष बनाए गए हैं तथा इस दौरान 14 चक्रों में मतगणना होगी। वहीं राज्य के सभी 27 जिलों में डाटा सेंटर की स्थापना की गई है जो मतगणना की जानकारी देंगे।
राज्य के पुलिस महानिदेशक रामनिवास ने बताया कि रविवार को होने वाली मतगणना के लिए कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है तथा सुरक्षा बलों के लगभग पांच हजार जवानों को तैनात किया गया है। रामनिवास ने बताया कि मतगणना स्थल पर तीन स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। वहीं नक्सल प्रभावित जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मतगणना के बाद विजयी प्रत्याशियों द्वारा निकाले जाने वाले जुलूसों में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भी पुलिस बल को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। छत्तीसगढ़ के 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में 11 नवंबर और 19 नवंबर को हुए मतदान में 77 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने हिस्सा लिया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 7, 2013, 13:14