Last Updated: Wednesday, March 26, 2014, 20:34
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2014 के लिए कांग्रेस ने बुधवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया। घोषणापत्र में स्वास्थ्य और आवास के अधिकार का वादा किया गया है।
घोषणापत्र में स्वास्थ्य का अधिकार, 80 करोड़ लोगों को मध्य वर्ग में लाने और सकल घरेलू विकास जीडीपी दर को अगले तीन वर्षो में आठ प्रतिशत से ऊपर ले जाने का वादा किया गया है। पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि इसे पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों के साथ 30 स्थानों पर की गई रायशुमारी को मिलाकर तैयार किया गया है। घोषणा पत्र में छह और अधिकारों को शामिल कर पार्टी के अधिकार आधारित दृष्टिकोण को बढ़ाने की कोशिश की गई है।
घोषणा पत्र में युवाओं के लिए 10 करोड़ नौकरियों के सृजन के एक एजेंडे का भी वादा किया गया है। घोषणा पत्र में कहा गया है कि पार्टी न्यूनतम सामाजिक-आर्थिक अधिकारों का चार्टर लाएगी, जिसमें स्वास्थ्य का अधिकार, पेंशन का अधिकार, आवास का अधिकार, सामाजिक सुरक्षा का अधिकार, सम्मान व मानवी कार्य शर्तो का अधिकार, और उद्यमिता का अधिकार शामिल है। सोनिया ने पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी और वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में घोषणा पत्र जारी किया। देश की सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक बदलाव के 15 सूत्री एजेंडे को पेश करते हुए कांग्रेस ने देश की दो-तिहाई आबादी को कुशल बनाकर मध्यवर्ग में लाने का वादा किया, जो कि देश का निर्माण करेंगे।
घोषणा पत्र में कहा गया है कि हमारा लक्ष्य उन्हें और निम्न आय वाले परिवारों को आर्थिक सुरक्षा और एक न्यूनतम जीवनस्तर प्रदान करना होगा। पार्टी उन लोगों को लक्ष्य कर रही है, जो गरीबी के स्तर से तो ऊपर हैं, लेकिन मध्यवर्ग से नीचे हैं। घोषणा पत्र में कहा गया है कि नए अधिकार, कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के 10 वर्षो के कार्यकाल के दौरान लागू किए गए अन्य अधिकारों के अतिरिक्त होंगे, जिसमें भोजन का अधिकार, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, रोजगार का अधिकार, भ्रष्टाचार से लड़ने का अधिकार शामिल हैं। कांग्रेस ने कहा कि ये सभी अधिकार मिलकर मध्यवर्ग से नीचे के लोगों के लिए खुद के प्रयासों के माध्यम से खुद को मध्यवर्ग में रूपांतरित करने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे। घोषणा पत्र में कहा गया है कि आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय एक सिक्के के दो पहलू हैं और हमेशा दो पहलू बने रहने चाहिए। घोषणा पत्र में अगले तीन वर्षो के दौरान आठ प्रतिशत विकास दर हासिल करने और महंगाई रोकने व देश को विनिर्माण में एक विश्व नायक बनाने के लिए एक खुली व प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का वादा किया गया है। घोषणा पत्र में नई सरकार के प्रथम 100 दिनों के एजेंडे के बारे में भी बात की गई है।
घोषणा पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस वस्तु एवं सेवा कर विधेयक और प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक संसद में लाएगी, युवाओं के लिए 10 करोड़ नई नौकरियों का सृजन करने का एक विस्तृत रोजगार एजेंडा घोषित करेगी। कांग्रेस ने यह सुनिश्चित कराने का भी वादा किया कि अप्रत्याशित पूर्वव्यापी कराधान से बचा जाएगा और देश के अधोसंरचना के सुधार में 10 खरब का निवेश किया गया। घोषणा पत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखने के लिए अपेक्षाकृत अधिक नरम श्रम नीति की बात की गई है। घोषणा पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस को वोट हमारे देश के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए, महिलाओं को सम्मान की जिंदगी सुनिश्चित कराने के लिए वोट देना है। सोनिया ने कहा कि पार्टी जिन सुझाओं को घोषणा पत्र में शामिल नहीं कर पाई है, उसे अलग से जारी किया जाएगा।
पार्टी की ओर से बताया गया कि पांच महीने में यह घोषणापत्र तैयार किया गया है। इसके लिए दस हजार लोगों से रायशुमारी की गई है। इस घोषणापत्र में कांग्रेस का नारा- `आपकी आवाज, हमारा संकल्प` दिया गया है।
इस मौके पर घोषणापत्र को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम मैनिफेस्टो के वादे को पूरा करेंगे। इसके लिए समाज के हर तबके से बात की गई है। इस मैनिफेस्टो में देश के लोगों की आवाज है।
वहीं, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मैनिफेस्टो को लेकर कहा कि विकास के लिए बेहतर तरीकों पर चर्चा हुई है। विकास का कांग्रेस माडल सबसे बेहतर है। कांग्रेस ने विकास के नए रिकार्ड बनाए हैं। मनमोहन सिंह ने कहा कि घोषणापत्र में समाज के सभी वर्गो, किसानों, अनुसूचित जाति-जनजातियों, महिलाओं और बच्चों की जरूरतों पर ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज आगे की तरफ देखता है। यह देश की जनता की जरूरतों पर ध्यान देता है।
पीएम ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे और मौके बढ़ाएंगे। कांग्रेस कांग्रेस की सरकार ने बेहतर विकास दर हासिल किया है। हर वर्ग तक विकास का लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है। आज देश की विकास दर बढ़ाने की जरूरत है और कांग्रेस के नेतृत्व में ही देश आगे बढ़ा है।
वहीं, पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि इस बार घोषणापत्र तैयार करने के लिए कांग्रेस ने नई प्रकिया अपनाई है। समाज के अलग अलग वर्गों से सुझाव इसके लिए लिए गए हैं। हर वर्ग के सुझाव को इसमें जगह देने की कोशिश की गई है। राहुल गांधी के प्रयासों से इसे अमलीजामा पहनाया गया है। मनमोहन सिंह के नेतृत्व में देश में जबरदस्त आर्थिक परिर्वतन आया है। कांग्रेस पार्टी ने इस बार के घोषणापत्र में कई नई चीजों को भी शामिल किया है। सोनिया ने कहा कि राहुल ने देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों से संपर्क किया और उनके सुझाव और इच्छाओं को जाना। सभी सुझावों को उसमें शामिल करना आसान नहीं था, लिहाजा हम अन्य सुझावों को अगले कुछ दिनों में पेश करेंगे।
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से देश की आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश की है। एक दशक देश के आर्थिक विकास का समय रहा। उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए संकल्प इसमें है। संवैधानिक ढांच को सुरक्षित रखने का संकल्प भी लिया गया है। सभी जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। हम हर वर्ग के लिए विकास का वादा करते हैं। इस चुनाव में ऐसे भारत के लिए प्रयास करेंगे, जिसमें सबका अधिकार होगा। हम सेक्युलर भारत के लिए संघर्ष करेंगे। बाद में एक सवाल के जवाब में सोनिया ने कहा कि हम वाराणसी में नरेंद्र मोदी के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करेंगे और लड़ाने वाली विचारधारा को हराएंगे।
इस मौक पर अजय माकन, जर्नादन द्विवेदी, एके एंटनी और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद थे। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Wednesday, March 26, 2014, 13:57