केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे नहीं रहे; देश भर में शोक

केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे नहीं रहे; देश भर में शोक

केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे नहीं रहे; देश भर में शोकज़ी मीडिया ब्यूरो/रामानुज सिंह

नई दिल्ली : महज एक सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री पद की शपथ लने वाले गोपीनाथ मुंडे मंगलवार को अचानक दुनिया को अलविदा कह गए। अपने वरिष्ठ नेता व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री को खोकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), महाराष्ट्र और देश शोक में डूब गया। गोपीनाथ मुंडे का निधन मंगलवार सुबह एक कार दुर्घटना में हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई नेताओं ने भारी मन से उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर गहरा शोक व्यक्त किया।

मुंडे का शव मंगलवार शाम मुंबई पहुंच गया। दिल्‍ली में कार दुर्घटना में दिवंगत हुए मुंडे का पार्थिव शरीर विशेष विमान के जरिए मुंबई लाया गया। मुंडे का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव पराली वैजनाथ में किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं सहित हजारों की संख्या में शोकाकुल लोग मुंबई हवाईअड्डे पर मुंडे का पार्थिव शरीर लेने पहुंचे, और सुरक्षा बलों ने मुंडे को सलामी दी। वाहनों के काफिले के साथ मुंडे का पार्थिव शरीर वर्ली स्थित उनके पारिवारिक आवास 'पूर्णा' लाया गया, जहां उनके नाते-रिश्तेदार एवं निकट मित्र उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वरिष्ठ नेताओं में विनोद तावड़े, किरीट सौमैया, रामदास अठावले, राज पुरोहित, मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे पाल्वे और अन्य लोग मुंडे के पार्थिव शरीर के साथ थे।

महाराष्ट्र के कद्दावर नेता मुंडे (64) मंगलवार सुबह अपनी मारुति सुजुकी एसएक्स4 कार से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे की ओर जा रहे थे, जब उनकी कार को रास्ते में एक टाटा इंडिका कार ने सुबह करीब 6.20 बजे टक्कर मार दी। कार ने उसी तरफ टक्कर मारी जिस तरफ मुंडे बैठे थे। पुलिस ने बताया कि मुंडे कार में पिछली सीट पर बैठे थे और इंडिका की टक्कर से वह सीधे प्रभावित हुए। अचानक हुए इस हादसे से वह हतप्रभ रह गए। दिल के मरीज पहले से थे। उन्होंने पानी मांगा, पीया। उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर में ले जाया गया। चिकित्सकों ने वेंटिलेटर का सहारा दिया, 50 मिनट तक प्रयास जारी रखा और हारकर उन्हें मृत घोषित कर दिया।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के जनसंपर्क अधिकारी अमित गुप्ता ने बताया कि उन्हें सुबह 6.30 बजे जय प्रकाश नारायण अपेक्स ट्रॉमा सेंटर लाया गया। जब अस्पताल लाया गया था, उस वक्त उनके हृदय की गति रुकी हुई थी, सांस भी नहीं चल रही थी और रक्तचाप शून्य था। इसलिए तुरंत कार्डियोपल्मोनरी रिससिटैशन (सीपीआर) शुरू किया गया, जो अगले करीब 50 मिनट तक चला।

उन्होंने बताया कि हृदय गति शुरू करने के लिए किए गए सभी प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और सुबह 7.20 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुंडे को कोई बाहरी गंभीर चोट नहीं आई थी। ऐसा लगता है कि दुर्घटना के बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि खुफिया ब्यूरो और विशेष शाखा इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस दुर्घटना में कोई साजिश हो सकती है। ट्रॉमा सेंटर के डा. अमित गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा कि मुंडे को सुबह साढे छह बजे एम्स के जय प्रकाश नारायण ट्रामा सेंटर के आपात विभाग लाया गया। गुप्ता ने कहा कि ट्रामा सेंटर लाने के बाद वह स्वत: सांस नहीं ले रहे थे, रक्त चाप नहीं था, नाड़ी और दिल की धड़कन नहीं थी। इसलिए तत्काल सीपीआर शुरू की गई और यह अगले 15 मिनट जारी रही। इन प्रयासों के बावजूद उन्हें मूल स्थिति में नहीं लौटाया जा सका और सुबह 7 बजकर 20 मिनट पर मृत घोषित कर दिया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हषर्वर्धन ने बाद में कहा कि मुंडे की सर्वाइकल स्पाइन की प्रथम वर्टिब्रा और द्वितीय वर्टिब्रा टूट गई थीं जिसके कारण उनके मस्तिष्क और फेफड़ों में आक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई थी। उन्होंने कहा कि उन्हें जो सबसे बड़ा नुकसान हुआ, वह प्रथम वर्टिब्रा और द्वितीय वर्टिब्रा टूटने के कारण हुआ। इसे उन्होंने मुंडे की मौत का संभावित कारण बताया। हषर्वर्धन ने कहा कि मुंडे का यकृत दो.तीन स्थानों पर फट गया था और इसके कारण उनके पेट में करीब डेढ़ लीटर रक्त जमा हो गया था। एम्स के एक सूत्र ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्री की अचानक झटका लगने और दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई।

डा. गुप्ता ने बताया कि जब उनको (मुंडे को) ट्रॉमा सेंटर लाया गया था तब न तो उनकी श्वास चल रही थी और न ही उनके शरीर में रक्तचाप, नब्ज या हृदय के धड़कने आदि की गतिविधियां हो रही थीं। इसीलिए तत्काल उनके हृदय को पुनर्जीवित करने के लिए कॉर्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) शुरू किया गया और 15 मिनट तक कोशिश जारी रखी गई। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद मुंडे के दिल की धड़कन वापस नहीं लाई जा सकी और 7 बज कर 20 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि ‘मुंडे को उच्च रक्तचाप और मधुमेह की समस्या थी। वह पहले से ही दवाइयां ले रहे थे। दुर्घटना में उनके शरीर पर कोई बाहरी बड़ी चोट नहीं लगी थी। हम कुछ नहीं कह सकते लेकिन चिकित्सकीय तौर पर हम कह सकते हैं कि उनके दिल ने अचानक काम करना बंद कर दिया। पुलिस ने बताया कि मुंडे की नाक पर कुछ मामूली खरोंचें आई थीं। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद मुंडे ने पानी मांगा और अपने चालक से उन्हें अस्पताल ले जाने को कहा।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित विभिन्न दलों के राजनीतिक नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने बेहद मामूली पृष्ठभूमि से उठकर एक लोकप्रिय नेता बनने वाले मुंडे को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

पुलिस ने मुंडे की कार को टक्कर मारने वाली इंडिका कार के चालक गुरविंदर (32) को गिरफ्तार कर लिया। यह सुनिश्चित करने के लिए कहीं बीती रात उसने शराब तो नहीं पी थी, उसकी चिकित्सकीय जांच कराई गई।

महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव इसी वर्ष होना है, मुंडे को मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा जोर पकड़ने लगी थी, मगर इससे पहले ही वह दुनिया को अलविदा कह गए। एक किसान के बेटे मुंडे ने राज्य में अन्य पार्टियों के बीच सेतु का काम किया था और अपने साले प्रमोद महाजन के असामयिक निधन के बाद वे महाराष्ट्र भाजपा में प्रमुख नेता के रूप में उभरे। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम दर्शन के लिए उनके शव को अशोक रोड स्थित भाजपा मुख्यालय में रखा गया। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके मंत्रिमंडल के सभी सदस्य, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित विभिन्न दलों के सैकड़ों नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि मुंडे के शव को अंतिम संस्कार के लिए मराठवाड़ा के बीड जिले में उनके पैतृक गांव पर्ली ले जाया जाएगा, जहां बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। सरकार ने घोषणा की है कि मुंडे के शोक में देश भर के सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आकस्मिक बैठक बुलाई गई, जिसमें मुंडे को श्रद्धांजलि दी गई।

बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि मंत्रिमंडल ने एक प्रस्ताव पारित कर मंगलवार को राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाने का फैसला लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने मुंडे के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें एक 'सच्चा जननेता' करार दिया। मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, एक प्रगतिशील नेता को मेरी ओर से श्रद्धांजलि, जिनके असमय निधन से हुई रिक्ति की भरपाई मुश्किल है। मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि गोपीनाथ मुंडे सच्चे जननेता थे। समाज के पिछड़े तबके से ताल्लुक रखने वाले मुंडे ने नई ऊंचाइयों को छुआ और लोगों की अथक सेवा की। मोदी ने लिखा, अपने मित्र एवं सहकर्मी गोपीनाथ मुंडे जी के निधन पर आहत एवं स्तब्ध हूं। उनका जाना सरकार तथा राष्ट्र दोनों के लिए बड़ी क्षति है।

इधर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रवक्ता राम माधव ने मुंडे के निधन को भाजपा के लिए 'बड़ी क्षति' करार दिया है। माधव ने ट्विटर पर लिखा कि गोपीनाथ जी का जाना दुखद एवं स्तब्धकारी है। वह महाराष्ट्र के कद्दावर नेता थे। भाजपा, महाराष्ट्र तथा राष्ट्रीय राजनीति को उनके निधन से बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र में पार्टी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गोपीनाथ जी को श्रद्धांजलि। उन्होंने छात्र राजनीति से शुरुआत की और राष्ट्रीय नेता बने। मुंडे के निधन की खबर से महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई। मुंडे के परिवार के सदस्य और कई शीर्ष नेता तुरंत विमान से दिल्ली पहुंचकर दिवंगत नेता के पार्थिव शरीर पर पुषांजलि अर्पित की।

वहीं, मुंडे का पार्थिव शरीर मुंबई में आज शाम सांताक्रुज से वर्ली जिस रास्ते से लाया गया, उस पर सैकड़ों की संख्या में मुंडे के शोक संतप्त समर्थक उनका इंतजार करते रहे और 'गोपीनाथ मुंडे अमर रहें' के नारे लगाए। बाद में मुंडे का पार्थिव शरीर नरीमन पॉइंट स्थित भाजपा के मुख्यालय पर रखा जाएगा जहां पार्टी कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।

बुधवार की सुबह मुंडे का पार्थिव शरीर विशेष विमान के जरिए लातूर और फिर बीड जिले के उनके पैतृक गांव पराली वैजनाथ ले जाया जाएगा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, भाजपा सांसद हेमा मालिनी और राकांपा नेता छगन भुजबल तथा प्रफुल्ल पटेल श्रद्धांजलि अर्पित करने मुंडे के आवास पहुंचे। शव को बुधवार सुबह मध्य महाराष्ट्र के लातूर और फिर वहां से मुंडे के लोकसभा क्षेत्र बीड जिले के पराली ले जाया जाएगा। मुंडे का परिवार पराली के पास नाथरा गांव का रहने वाला है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि पराली के पास मुंडे द्वारा स्थापित एक चीनी फैक्ट्री के परिसर में अंतिम संस्कार बुधवार शाम करीब साढे चार बजे होने की संभावना है।

मुंडे के सम्मान में दिल्ली, राज्यों की राजधानियों और केंद्र शासित प्रदेशों में आज राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया। (एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Tuesday, June 3, 2014, 08:32

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