Last Updated: Thursday, February 6, 2014, 13:45
नई दिल्ली : सरकार ने बुधवार को स्वीकार किया कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के गत वर्ष नवंबर में हुए अरुणाचल प्रदेश के दौरे के समय चीन ने कहा था कि भारत को ऐसी कार्रवाई से परहेज करना चाहिए जो सीमा विवाद को और उलझा दे। हालांकि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अरूणाचल प्रदेश देश का अभिन्न हिस्सा है।
विदेश राज्य मंत्री ई अहमद ने अरविन्द कुमार सिंह, आलोक तिवारी और प्रभात झा के सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ने गत वर्ष 29-30 नवंबर को अरूणाचल प्रदेश की यात्रा की थी।
उन्होंने बताया कि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पिछले साल 30 नवंबर को कहा था कि चीन-भारत सीमा के पूर्वी हिस्से के विवाद पर चीन का रूख दृढ़ एवं स्पष्ट है। साथ ही उसके प्रवक्ता ने यह भी कहा था कि भारत को ऐसी कार्रवाई से परहेज करना चाहिए जो सीमा विवाद को और उलझा दे। अहमद ने कहा कि चीनी पक्ष को कई मौकों पर सर्वोच्च स्तर पर स्पष्ट कर दिया गया है कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न एवं अखंड हिस्सा है।
उन्होंने प्रकाश जावड़ेकर के एक अन्य सवाल के जवाब में सरकार को इस बात की जानकारी होना स्वीकार किया कि चीन पाक अधिकृत कश्मीर में आधारभूत परियोजनाएं चला रहा है।
First Published: Thursday, February 6, 2014, 13:45