Last Updated: Wednesday, May 28, 2014, 14:37

नई दिल्ली : संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि विपक्ष को समायोजित करने के लिए सरकार आगे कदम बढ़ाएगी लेकिन लोकसभा में विपक्ष के नेता के मुद्दे से जुड़े सवालों को वह टाल गए।
मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमने इस मुद्दे पर बात नहीं की है। मेरे पास टिप्पणी करने के लिए कुछ नहीं है। उनसे पूछा गया था कि क्या कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष का पद मिल पाएगा क्योंकि उसके पास अपेक्षित संख्या नहीं है।
कांग्रेस के निचले सदन में मात्र 44 सदस्य हैं जो नेता प्रतिपक्ष का दर्जा पाने के लिए अपेक्षित संख्या से 11 कम है। कुल 543 सदस्यीय सदन के सदस्यों में से दस प्रतिशत सदस्य नेता प्रतिपक्ष की पार्टी को चाहिए होते हैं। इस मुद्दे पर तय करने का अधिकार लोकसभा अध्यक्ष का होता है।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री संतोष गंगवार और प्रकाश जावडेकर भी नायडू के साथ थे। नायडू ने कहा कि वह संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए ‘3डी’ फार्मूला अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं यानी ‘डिबेट, डिस्कस एंड डिसाइड’ (बहस, चर्चा और फैसला)। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 28, 2014, 14:37