Last Updated: Friday, January 24, 2014, 21:48

नई दिल्ली : योग गुरु रामदेव ने शुक्रवार को सरकार से आग्रह किया कि वह अब तक जारी सभी बड़े नोट वापस ले क्योंकि इससे काले धन तथा भ्रष्टाचार पर काबू पाने में मदद मिलेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने 2005 से पहले छपे सभी नोटों को वापस लेने का फैसला किया है। रामदेव ने इसे जल्दबाजी में उठाया गया फैसला बताते हुए कहा कि इससे केवल जाली मुद्रा के प्रवाह पर काबू पाने में आंशिक मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार को काले धन, भ्रष्टाचार, मुद्रास्फीति व जाली मुद्रा जैसी समस्याओं तथा कुल मिलाकर आर्थिक संकट से निपटने के लिए अब तक जारी सभी बड़ी राशि के नोट वापस लेने चाहिए तथा वह बैंकिंग प्रणाली के लोगों को शामिल करते हुए सरलीकृत कराधान मॉडल लागू करे।
रामदेव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, `2005 से पहले के छपे नोटों को वापस लेने के हाल ही के कदम से इन समस्याओं के समाधान में कोई बड़ा असर नहीं होगा।` उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग तो कराधान प्रणाली तथा इस डर से ही बैंक में नही जाते कि वहां उनके लेन देन का पता चल जाएगा।
उन्होंने कहा, `देश को कराधान आतंकवाद तथा आर्थिक अराजकता से बचाने के लिए इलेक्ट्रानिक लेन-देन तथा सरलीकृत कराधान प्रणाली लागू होनी चाहिए।` रामदेव ने कहा, `अगर बैंकिंग प्रणाली में प्रभावी सुधार होता है तो काले धन तथा भ्रष्टाचार की 99 प्रतिशत समस्या सुलझ जाएगी ओर भारत आर्थिक अराजकता से मुक्त होगा।`
उन्होंने कहा, ‘एक अनुमान के अनुसार इस समय प्रचलन में करीब एक लाख करोड़ रुपए के नकली नोट हैं, यह अर्थव्यवस्था के लिए सचमुच खतरनाक है।’ कांग्रेस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग 68 साल से देश की अर्थव्यवस्था चलाने का दावा कर रहे हैं उन्होंने देश को तबाह कर दिया है।` (एजेंसी)
First Published: Friday, January 24, 2014, 21:48