Last Updated: Thursday, October 10, 2013, 18:13

नई दिल्ली : केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा कि हाल ही में जम्मू में हुए आतंकवादी हमले जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियां सुधारात्मक कदम उठा रही हैं । उन्होंने माना कि आतंकवादियों की ओर से ऐसा प्रयास किये जाने की जानकारी पहले से थी ।
शिन्दे ने अपनी मासिक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यहां संवाददाताओं से कहा, ‘समूचे इलाके (जम्मू सेक्टर से लगी भारत-पाक सीमा) में संभावित घुसपैठ को लेकर हमारे पास खबर थी । हम अपने अनुभवों के आधार पर सुधारात्मक उपाय कर रहे हैं .. ।’ उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने इस घटना में हुई संभावित चूक को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है ।
शिन्दे ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल और सेना भी इस घटना की जांच कर रही हैं । तीन आतंकवादियों ने 16 सितंबर को जम्मू में घुसपैठ कर एक थाने और सेना के एक शिविर पर हमला बोला, जिसमें एक सैन्य अधिकारी सहित दस लोगों की मौत हो गयी ।
इस बीच गृह मंत्रालय ने इस बात से इंकार किया है कि जम्मू कश्मीर के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और उनके लिए रोजगार के अवसर बढाने के लक्ष्य वाली सरकार और निगमित कंपनियों की संयुक्त पहल महात्वाकांक्षी ‘उडान’ परियोजना ठीक से शुरू नहीं हो सकी । गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने कहा कि इस परियोजना से जुडी निगमित कंपनियों की कुछ चिन्ताएं थी और उनकी चिन्ताओं का समाधान किया जा रहा है ।
गोस्वामी ने कहा कि हमने भर्ती करने वालों से कह दिया है कि यदि आप अपनी भर्ती की तारीख 30 से 35 दिन पहले ही बता देंगे तो हम ‘लाजिस्टिक’ का इंतजाम कर आपकी पूरी मदद करेंगे । उन्होंने उदाहरण दिया कि यदि जम्मू कश्मीर के किसी जिले में उस समय कानून व्यवस्था की कोई समस्या होगी, तो अधिकारी ऐसी व्यवस्था कर सकते हैं कि कारोबारी घराने भर्ती किसी अन्य जिले में कर लें ।
गोस्वामी ने कहा कि चुने गये उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि की जानकारी और जांच की प्रक्रिया जितनी जल्द संभव हो, की जा रही है । राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ समन्वय में इस योजना के जरिए प्रदेश के 57 हजार छात्रों को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है ।
शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सेना के जनरल ए एस वैद्य के हत्यारों को कल अमृतसर में सम्मानित करने के बारे में पूछे गये एक सवाल पर शिन्दे ने कहा कि ऐसी चीजों को प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए ।
इतालवी मरीन (नौसैनिक) द्वारा भारतीय मछुआरों की कथित रूप से हत्या के मुद्दे पर शिन्दे ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) एटार्नी जनरल से इस संबंध में कानूनी राय ले रही है । इस बीच खबरें ये भी हैं कि जांचकर्ता मामले के चार गवाहों से पूछताछ के लिए इटली जा रहे हैं ।
छत्तीसगढ में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की हत्या की एनआईए द्वारा की जा रही जांच के बारे में पूछने पर गृह मंत्री ने कहा कि जांच चल रही है । राज्य में बारिश के कारण कुछ समय से जांच कार्य प्रभावित हुआ । उन्होंने कहा कि कथित आतंकवादी लियाकत शाह की गिरफ्तारी के मामले में एनआईए से जांच रिपोर्ट का इंतजार है । इशरत जहां मामले की स्थिति के बारे में सवाल करने पर शिन्दे ने सिर्फ इतना कहा कि वह नवी मुंबई की लडकी थी और मामले की जांच चल रही है । (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 10, 2013, 18:13