अंसारी का वैज्ञानिकों को आत्मविश्लेषण करने का सुझाव

अंसारी का वैज्ञानिकों को आत्मविश्लेषण करने का सुझाव

जम्मू : विज्ञान के हानिकारक प्रभावों पर चिंता जताते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि अपने अनुसंधान और नवप्रवर्तन के सामाजिक रूप से लाभकारी और सामाजिक रूप से हानिकारक अनुप्रयोगों के बीच अंतर करें और आत्मनिरीक्षण करें।

अंसारी ने कहा, ‘उन्हें (वैज्ञानिकों को) अपने अनुसंधान और नवप्रवर्तन के सामाजिक रूप से लाभकारी और सामाजिक रूप से हानिकारक अनुप्रयोगों के बीच अंतर करना चाहिए। उनके वैज्ञानिक परिणामों का उद्देश्यपरक लागत-लाभ विश्लेषण करने के लिए इस तरह का आत्मनिरीक्षण करना जरूरी होगा ताकि उनके कार्य का परिणाम संतुलित, सतत और समाज के लिए फायदे वाला होगा।’

अंसारी ने यहां जम्मू विश्वविद्यालय में भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 101वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि वैज्ञानिकों को जनता, नागरिक समाज और नीति-निर्माताओं के साथ और अधिक सहभागी होना चाहिए ताकि उनके मुद्दों के समाधान खोज सकें और लागू कर सकें। (एजेंसी)

First Published: Friday, February 7, 2014, 21:43

comments powered by Disqus