Last Updated: Thursday, December 5, 2013, 20:20

नई दिल्ली : सहकर्मी महिला पत्रकार के साथ यौन र्दुव्यवहार के आरोपी तहलका पत्रिका के संपादक तरुण तेजपाल के मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में एक महिला न्यायाधीश द्वारा की जाएगी, वहीं तेजपाल ने जोर देते हुए कहा है कि दोनों के बीच जो कुछ हुआ, वह ‘आपसी सहमति से’ हुआ।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने गुरुवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि तेजपाल के मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में की जाएगी। हम उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों का पालन करेंगे और इस मामले की सुनवाई एक महिला न्यायाधीश द्वारा की जाएगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं देखूंगा कि लड़की को न्याय मिले। किसी को यह चिंता नहीं करनी चाहिए कि सिर्फ पृष्ठभूमि की वजह से तेजपाल के साथ अलग तरीके से या गलत तरीके से सलूक किया जाएगा। तहलका के स्टिंग ऑपरेशन की वजह से तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण को इस्तीफा देना पड़ा था।
उधर, पणजी में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है और हम तेजपाल से विस्तृत पूछताछ कर रहे हैं, वह सहयोग कर रहे हैं। पुलिस उपाधीक्षक सैमी टावारेस की निगरानी में जांच अधिकारी सुनीता सावंत के नेतृत्व वाली टीम तेजपाल के विस्तृत बयान दर्ज कर रही है। गोवा के मुख्यमंत्री से पूछा गया कि उन्होंने मीडिया के समक्ष यह क्यों कहा कि जांच ईमानदारी से और बिना किसी हस्तक्षेप के की जाएगी। इस पर उन्होंने कहा कि वह तो सिर्फ मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। पार्रिकर ने कहा कि यह आपराधिक जांच का मामला है। आपराधिक जांच में हस्तक्षेप करना मेरी आदत नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं देखूंगा कि लड़की को न्याय मिले। किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि सिर्फ पृष्ठभूमि की वजह से ही तेजपाल के साथ अलग तरीके का या गलत तरीके से सलूक किया जाएगा। तेजपाल के स्टिंग ऑपरेशन की वजह से तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण को इस्तीफा देना पड़ा था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 5, 2013, 20:20