Last Updated: Tuesday, January 7, 2014, 21:48
नई दिल्ली : अगस्तावेस्टलैंड ने कहा कि हेलीकाप्टर सौदे में 2,000 करोड़ रूपए से ज्यादा की दी गयी बैंक गारंटी को भुनाने के लिए भारत के कदमों के बीच अपने हितों की रक्षा के लिए वह कानूनी विकल्प सहित सभी विकल्पों पर गौर करेगी।
भारत ने 2010 के 3,600 करोड़ रूपए के सौदे को एक जनवरी को रद्द कर दिया था। कंपनी द्वारा समझौते का उल्लंघन किए जाने के आधार पर भारत ने इस सौदे को रिश्वत दिए जाने के आरोपों के बाद रद्द कर दिया था।
कंपनी के प्रवक्ता जी डगलस ने कहा कि अगस्तावेस्टलैंड कानूनी विकल्पों सहित सभी विकल्पों पर गौर करेगी ताकि अपने हितों की रक्षा की जा सके। उनकी यह टिप्पणी रक्षा मंत्रालय के उस कदम के आलोक में है जिसमें करीब 25 करोड़ यूरो (2,000 करोड़ रूपए से ज्यादा) की बैंक गारंटी को भुनाने की प्रक्रिया शुरू की गयी है। यह राशि मिलान में अंतरराष्ट्रीय बैंकों और राजधानी में स्टेट बैंक में जमा करायी गयी थी।
अतिविशिष्ट लोगों के लिए 12 एडब्ल्यू-101 हेलीकाप्टरों की आपूर्ति का सौदा रद्द करने के बाद रक्षा मंत्रालय ने जोर देते हुए कहा था कि भारत को इस सौदे में कोई नुकसान नहीं होगा। इस सौदे में 30 प्रतिशत का भुगतान पहले ही किया जा चुका है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 7, 2014, 21:48