बेनी की नजर में मोदी ‘हिटलर’ और मुलायम ‘मुसोलिनी’

बेनी की नजर में मोदी ‘हिटलर’ और मुलायम ‘मुसोलिनी’

बेनी की नजर में मोदी ‘हिटलर’ और मुलायम ‘मुसोलिनी’लखनऊ : केन्द्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को ‘हिटलर’ तथा सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को ‘मुसोलिनी’ करार देते हुए आरोप लगाया कि दोनों में सांप्रदायिक आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण के लिए सांठगांठ है।

वर्मा ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘हिन्दुस्तान की राजनीति में हिटलर पैदा हो गया है। यूपी में मुसोलिनी पैदा हो गया।’ उन्होंने कहा ‘जैसे हिटलर और मुसोलिनी में दोस्ती थी। इन दोनों में भी दोस्ती है।’ मोदी का नाम लिए बिना वर्मा ने कहा ‘हिटलर ने पहले गोधरा में कत्लेआम करवाया। गुजरात में मुसलमानों की हिम्मत नहीं है कि हिटलर के खिलाफ बोल सके। अब वे पीएम पद के दावेदार हो गये हैं।’

गुजरात सरकार द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल की याद में ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’ नाम से उनकी विराट लौह प्रतिमा बनाए जाने की मुहिम के तहत आज देश के विभिन्न भागों में आयोजित ‘रन फार यूनिटी’ की ओर इशारा करते हुए वर्मा ने कहा, ‘हिटलर आजादी दिलाने वाले गांधी का नाम नहीं लेते। मगर पटेल से बडा प्रेम हो गया है।’ उन्होंने मोदी की इस मुहिम को वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित करार देते हुए दावा किया, ‘उनका सपना कभी पूरा होने वाला नहीं है। मोदी नकली लालकिले से ही झण्डा फहराते रह जायेंगे। वर्ष 2014 में असली लालकिले पर राहुल गांधी ही झण्डा फहरायेंगे।’

वर्मा ने गोवा में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मोदी को पार्टी की चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष घोषित किये जाने के मौके पर लालकृष्ण आडवाणी सहित कुछ नेताओं की नाराजगी का उल्लेख करते हुए कहा, ‘नाजीवाद के संस्थापक और उनके (मोदी) गुर आडवाणी नाराज हो गये। उन्हीं की तरह यशवंत सिन्हा भी कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं हुए। मगर आज हिटलर के आतंक के सामने आडवाणी, सुषमा और यशवंत सिन्हा बोल नहीं पाते। आडवाणी ‘रन फार यूनिटी’ को झण्डी दिखाते हैं।’

उन्होंने मुजफ्फरनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों को ‘हिटलर’ और ‘मुसोलिनी’ की सांठगांठ का परिणाम बताया और दोनों पर सांप्रदायिक आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मंशा पूरी होने वाली नहीं है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ और दिल्ली के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली करारी शिकस्त को उन राज्यों में पार्टी नेताओं के भितरघात का परिणाम बताते हुए वर्मा ने कहा, ‘राहुल गांधी सब पर काबू पा लेंगे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ही जीत होगी।’

दिल्ली में ‘आम आदमी पार्टी’ के उदय और केजरीवाल के बारे में सवाल होने पर उन्होंने यह कहते हुए कोई जबाव देने से इंकार कर दिया कि आज वे ‘आम..अमरूद’ पर बात नहीं कर रहे हैं। यह पूछने पर कि कांग्रेस चार राज्यों में मिली शिकस्त से कैसे उबरेगी, वर्मा ने कहा कि कांग्रेस में बहुत बडा बदलाव होने जा रहा है।

First Published: Sunday, December 15, 2013, 19:18

comments powered by Disqus